शिमला | केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश में 63 राष्ट्रीय राजमार्गों में से 58 के लिये विस्तृत परियोजना रिपोर्ट(डीपीआर) बनाने को मंजूरी प्रदान कर दी है।
राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(एनएचएआई) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आज यहां एक बैठक के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने अधिकारियों को इन मार्गों के लिये जल्द डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिये ताकि इन पर जल्द काम शुरू हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में इस समय राष्ट्रीय राजमार्गों का सड़क घनत्व प्रति हजार वर्ग किलोमीटर पर 47.65 किलोमीटर है जबकि राष्ट्रीय औसत प्रति हजार वर्ग किलोमीटर पर 38.40 किलोमीटर है। उन्होंने कहा कि 63 नये राष्ट्रीय राजमार्गों के बनने से राज्य में सड़क घनत्व प्रति हजार वर्ग किलोमीटर पर बढ़ कर 125.11 किलोमीटर हो जाएगा। वर्तमान में राज्य में 2653 किलोमीटर के राष्ट्रीय राजमार्ग हैं जो नये राष्ट्रीय राजमार्गो के निर्माण के बाद बढ़ कर 6965 किलोमीटर हो जाएंगे।
श्री ठाकुर ने बताया कि इन राष्ट्रीय राजमार्गों के बनने से पड़ोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और दिल्ली के लिये वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होंगे तथा इससे आम जनता के अलावा राज्य के सेब और अन्य उत्पादों की ढुलाई को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित रोहड़ू-चिरगांव-लरोट-चंशल-डोडरा क्वार राष्ट्रीय राजमार्ग से न केवल हरिद्वारा और चार धाम के लिये वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा बल्कि इससे राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कीरतपुर-नेर चाैक राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण की प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुये इस मार्ग पर बड़ी संख्या में वाहनों के आवागमन के मद्देनजर एनएचएआई से इस पर मानव और मशीन बढ़ा कर इसे जल्द पूरा करने तथा परवाणु-सोलन राष्ट्रीय राजमार्ग खंड की फोर लेनिंग का कार्य भी मार्च 2019 तक पूरा करने के निर्देश दिये।