सिरोही। साल 2014 में महंगाई को मुद्दा बनाकर केन्द्र की सत्ता पर काबिज हुई मोदी सरकार के मंत्री नरेन्द्र तोमर ने मंगलवार को जारी हुए महंगाई दर के आंकड़ों और एक साल में हर खाद्य सामग्री के दाम दोगुने स्तर तक बढऩे के सबगुरु न्यूज के सवाल के जवाब में नसीहत देते हुए कहा कि आम तौर पर महंगाई बढ़े ये कोई नहीं चाहता। लेकिन, देश को परिस्थितिजन्य महंगाई में बढ़ोतरी को समझना होगा।
केन्द्र सरकार के नीति आयोग के द्वारा सिरोही जिले को आकांक्षी जिले में शामिल करने के बाद आकांक्षी जिलो में हुए कामों और आवश्यकताओं के आकलन के लिए सिरोही आए केन्द्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि यदि कभी कभी किसान को अच्छा दाम मिल जाता है तो इसके लिए ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है।
लेकिन, भारत सरकार, भारत सरकार की कॉमर्स मिनीस्ट्री और फूड डिपोर्टमेंट लगातार संज्ञान रखता है। समय समय पर महंगाई को बैलेंस करने के लिए जो उपाय करने चाहिए वो गृहमंत्री की अध्यक्षता में एक कमेटी है उसमें हम लोग करते रहते हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय में ने सोमवार को मार्च महीने की थोक महंगाई दर जारी कि जो 14.55 थी। ये गत वर्ष मार्च महीने में 7.89 प्रतिशत थी। जो एक साल में दोगुनी हो चुकी है। भारत सरकार के ही खाद्य आपूर्ति मंत्रालय की बेबसाइट की दरों के अनुसार एक साल में ही आटा, दाल, खाद्य तेल, चावल जैसी आवश्यक खाद्य सामग्री के दामों में डेढ़ से दोगुन हो चुके हैं।
आकांक्षी जिले सिरोही में रेलवे, कृषि, पानी, औद्योगिकरण को लेकर केन्द्र सरकार के प्रयासों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि यह बात उनके सामने आई है। उन्होंने कहा कि स्थानीय सांसद देवजी पटेल, दोनों एमएलए और जिलाध्यक्ष ये बात उनके संज्ञान में लाए हैं।
उन्होंने कहा कि वे कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और सांसद देवजी पटेल के साथ मिलकर लगातार संबंधित मंत्रालय से इस संदर्भ में फॉलोअप देते रहेंगे। उनके साथ केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी, स्थानीय सांसद देवजी पटेल, पिण्डवाड़ा एमएलए समाराम गरासिया, रेवदर एमएलए जगसीराम कोली भी थे।