

अजमेर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से आज अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 806वें सालाना उर्स के मौके पर मखमली चादर एवं अकीदत के फूल पेश किए गए।
राजे की तरफ से राज्य हज कमेटी के अध्यक्ष अमीन पठान चादर लेकर दरगाह पहुंचे। उन्होंने राजे की मखमली चादर ख्वाजा की दरगाह में पेश कर मुल्क में अमन चैन एवं शांति की दुआ की। चादर चढ़ाने के बाद दरगाह शरीफ के बुलंद दरवाजे से मुख्यमंत्री का संदेश पढ़कर सुनाया गया।
राजे ने अपने संदेश में कहा कि महान सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज का सूफी संत परंपरा में बड़े आदर के साथ नाम लिया जाता है। उन्होंने दुनिया में इंसानियत एवं भाईचारे का पैगाम देकर पूरे विश्व को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है।
उनकी शिक्षाओं को आज भी अमल में लाने की जरुरत है। उनके आदर का ही परिणाम है कि कोने कोने से अकीदतमंद फूल और चादर लेकर अजमेर आते है। उन्होंने इस मौके पर अजमेर आने वाले जायरीनों को बधाई दी।
उन्होंने पूरे राजस्थान में अमन चैन एवं खुशहाली की कामना भी की। चादर चढ़ाने वालों में अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष मजीद मलिक कमांडो, बक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन अबुबकर नकवी, शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी, मदरसा बोर्ड की अध्यक्ष मेहरूनिसां टांक, संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत, भाजपा शहर अध्यक्ष अरविन्द यादव, देहात अध्यक्ष बीपी सारस्वत आदि मौजूद रहे। सभी नेताओं की अंजुमन कार्यालय में दस्तारबंदी की गई।
हुड्डा की तरफ से अजमेर दरगाह में पेश की चादर
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की ओर से अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 806वें सालाना उर्स के मौके पर आज गरीब नवाज की बारगाह में चादर पेश की गई।
हुड्डा की तरफ से दरगाह में मखमली चादर एवं अकीदत के फूल पेश कर देश एवं हरियाणा प्रदेश में तरक्की एवं खुशहाली की कामना की गई। इस अवसर पर खादिम मोबिन चिश्ती ने चादर पेश कराई तथा दस्तारबंदी कर तवर्रुक भेंट किया।