Warning: Constant WP_MEMORY_LIMIT already defined in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/18-22/wp-config.php on line 46
chamki bukhar ke karan lakshan upchar hindi - Sabguru News
होम Health जानिये, चमकी बुखार के | कारण | लक्षण | बचाव | उपचार

जानिये, चमकी बुखार के | कारण | लक्षण | बचाव | उपचार

0
जानिये, चमकी बुखार के | कारण | लक्षण | बचाव | उपचार
chamki-feaver-resion-solution
chamki-feaver-resion-solution
chamki-feaver-resion-solution

चमकी बुखार | क्या है चमकी बुखार जिसने राजस्थान व कई अन्य राज्यों में कोहराम मचा रखा है। इन दिनों में चमकी बुखार नाम से एक नया बुखार आ गया है। जिसने की कई छोटे बच्चों की जान ले ली है। आखरी चमकी बुखार क्या है। और गैस का कोई इलाज है या नहीं आखिर यह कैसे फैलता है। और इससे रोकने के लिए क्या कर सकते हैं। आपको बता दें राजस्थान में इस बुखार के चलते हैं कई बच्चे अपनी जान गवा चुके हैं।

क्या है चमकी बुखार

चमकी बुखार आदित्य तौर पर ऐसे बच्चों में देखा गया है। जो कि कमजोर व कुपोषित थे और सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें सबसे ज्यादा लीची फल को जिम्मेदार ठहराया गया है। जानकारी के अनुसार आपको बता दें यदि आपके बच्चे भूखे पेट लीची का सेवन कर रहे हैं। या कच्चे लीची फल का सेवन कर रहे हैं। तो यह खतरनाक हो सकता है। अधिक जानकारी के लिए आपको नीचे चमकी बुखार के लक्षण बचाव और उपचार के बारे में जानकारी दी गई है कृपया इन सभी चीजों को ध्यान से पढ़िए एवं अपने प्रियजनों में व अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ज्यादा से ज्यादा शेयर करिए ताकि दूसरे लोगों को भी इसके बारे में जानकारी मिल सके धन्यवाद।

चमकी बुखार के लक्षण

मिर्गी जैसे झटके आना

चमकी बुखार में मिर्गी जैसे झटके आते हैं। और रोगी बिल्कुल बेसुध सा हो जाता है। मिर्गी जैसे झटके आने की वजह से ही इस बुखार का नाम चमकी बुखार पड़ा है

बेहोशी आना

चमकी बुखार के चलते रोगी में बेहोशी आने के लक्षण दिखाई देते हैं कई बार तो रोगी चलते चलते ही नीचे गिर जाता है यदि ऐसा कुछ आपको दिखाई दे रहा है। तो हो सकता है यह चमकी बुखार के लक्षण ऐसे में तुरंत ही चिकित्सक से सलाह लें।

सिर में लगातार हल्का दर्द रहना

चमकी बुखार का एक और लक्षण है जिसमें कि रोगी को सिर में लगातार दर्द होता रहता है कई बार या दर्द हल्का भी होता है। और कई बार दर्द अधिक भी होता है। अगर इस प्रकार का दर्द लगातार हो रहा है और जा नहीं रहा तो तुरंत ही अपने चिकित्सक से संपर्क करें।

अचानक से बुखार आ जाना

चमकी बुखार में आपको अचानक से बुखार आ सकता है। यह बिल्कुल वायरल बुखार की तरह होता है एक पल में आप सही होते हैं वहीं दूसरी तरफ अचानक से आप को बुखार आ जाता है ऐसे में अपने चिकित्सक से संपर्क जरूर करें।

पूरे शरीर में दर्द का बना रहना

पूरे शरीर में एक अजीब सा दर्द बना रहता है जो कि आराम करने के बाद भी नहीं जाता यदि आप ही आप के परिजन ऐसा कोई महसूस कर रहा है तो हो सकता है उन्हें चमकी बुखार की शिकायत हो और ऐसे में जल्द से जल्द इसे चिकित्सक से संपर्क करें।

जी मचलना घबराना और उल्टी होना

चमके बुखार का एक है लक्षण भी है कि रोगी को उल्टी हो सकती है और साथ में ही यदि उल्टी नहीं भी होती हैं तो कई बार जी घबराता है और मन बिल्कुल बेचैन हो जाता है।

चमकी बुखार का दिमाग पर असर

पहली बार इस तरह का बुखार देखा गया है जिसमें कि आप रोगी में दिमाग का काम ना करना या अजीबो-गरीब जवाब देना जैसी हरकतें पाया गया है यदि आप ऐसी चीज है अपने किसी परिजन मैं देख रहे हैं तो तुरंत ही चिकित्सक से संपर्क करें।

कमर में तेज दर्द रहना

चमकी बुखार के चलते हैं हो सकता है रोगी के पेट में या कमर में काफी तेज दर्द बना रहे हैं यह दर्द असहनीय हो सकता है और इसके साथ ही बाकी के दूसरे लक्षण भी अगर लिख रहे हैं तो हो सकता है की यह चमकी बुखार ही हो।

शरीर में लकवा आ जाना

चमकी बुखार में शरीर में ताकत बहुत कम हो जाती है कई बार इसके चलते रोगी को चलने में परेशानी होती है और यहां पर स्थिति बिल्कुल लकवा जैसी महसूस होती है यदि ऐसा कुछ हो रहा है तो जल्द ही चिकित्सक से संपर्क करें।

चमकी बुखार से बचाव कैसे करें

बच्चों को बच्चों को भोजन अच्छे तरीके से कराएं और ध्यान दें कि भोजन पोस्टिक होना चाहिए।
यह तो आपको पता ही चल चुका होगा किचन की बुखार का कारण लीची फल है कोशिश करें इस मौसम में बच्चों को लीची ना खिलाए या फिर बच्चों को खाली पेट लीची खिलाने से बचें और अदरक की लीची तो बिल्कुल भी ना खिलाए।

चमकी बुखार का इलाज कैसे होगा

यदि किसी मैं आपको चमकी बुखारके लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो हो सके तो रोगी को कुछ मीठा खिलाएं या ग्लूकोस या चीनी का घोल पिलाय। चमकी बुखार में ग्लूकोस का स्तर काफी कम हो जाता है जिसके चलते रोगी में काफी कमजोरी आ जाती है और चमकी बुखार हावी होने लगता है। और सीधा दिमाग पर असर करता है ग्लूकोस वगैरह के पर्याप्त मात्रा देने से ग्लूकोज स्तर बढ़ जाता है। और रोगी के दिमाग पर चमके बुखार का असर होने से बचा जा सकता है लेकिन इतना ही काफी नहीं है यह उपचार करने के साथ-साथ जितना जल्द हो सके चिकित्सक से संपर्क करना जरूरी है अन्यथा यह जानलेवा भी हो सकता है।