मुंबई। अपने पति दीपक कोचर को कारोबारी सौदे के दौरान लाभ पहुंचाने के आरोप से घिरी आईसीआईसीआई बैंक की मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर ने गुरुवार को समयपूर्व सेवानिवृत्ति ले ली।
बैंक के निदेशक मंडल ने गुरुवार को सुश्री कोचर का आग्रह स्वीकार करते हुए उन्हें समयपूर्व सेवानिवृत्ति देते हुए संदीप बख्शी को नया प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया। सुश्री कोचर की सेवानिवृत्ति तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।
दीपक कोचर के मामले को लेकर भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड का शिकंजा बैंक पर दिन ब दिन बढ़ता जा रहा था। हालांकि बैंक ने चंदा कोचर पर अपनी पूरी विश्वसनीयता जताई थी।
चंदा कोचर पर आरोप है कि उनके पति की कंपनी में वीडियोकॉन समूह के अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत ने निवेश किया, जिसके बाद आईसीआईसीआई बैंक ने वीडियोकॉन को वर्ष 2012 में 3,250 करोड़ रुपए का ऋण दिया, जो अब गैर निष्पादिन परिसंपत्ति (एनपीए) है।
बैंक इस मामले की आंतरिक जांच करा है और जांच पूरी होेने तक चंदा कोचर अवकाश पर थीं। बैंक ने कहा है कि इस नए घटनाक्रम का जांच पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। बख्शी का कार्यकाल पांच साल का होगा। इसके अलावा बैक के स्वतंत्र निदेशक एमडी माल्या ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर बैंक के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है।