चांद की सतह से पर पड़े चंद्रयान-2 के लैंडर विक्रम से इंडियन स्पेस रिसर्च सेंटर (ISRO) संपर्क करने की लगातार कोशिश कर रहा है। दूसरी तरफ अमेरिकी स्पेस एजेंसी (NASA) भी भारत के इस मिशन को सफल बनाने के लिए विक्रम से संपर्क साधने की कोशिश कर रहा है। खबरे है कि नासा ने विक्रम से संपर्क साधने की कोशिश में ‘हैलो’ मेसेज भेजा है।
नासा ने अपने डीप स्पेस नेटवर्क (DSN) के जेट प्रपल्शन लैब्रटरी (JPL) की प्रयोगशाला से विक्रम को एक रेडियो संदेश भेजा है। अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, लैंडर विक्रम को नासा ने भी हैलो मैसेज भेजा है, लेकिन अभी तक लैंडर विक्रम की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला है।
#DSN 24 beams ~12KW of RF at the #Moon in hopes of stimulating #Chandrayaan2‘s lander #VikramLander into communicating with home. Here’s a eerie recording of the searcher’s signal reflected off the Moon and back to Earth via EME (Earth Moon Earth) on 2103.7MHz. pic.twitter.com/SgOtaIsSYh
— Scott Tilley (@coastal8049) September 10, 2019
एक अन्य अंतरिक्ष वैज्ञानिक स्कॉट टैली ने बताया कि नासा ने कैलिफर्निया स्थित अपने DSN के जरिए रेडियो संदेश विक्रम को भेजा है। उन्होंने ट्वीट पर लिखा, ‘DSN ने 12 किलोवाट की रेडियो फ्रीक्वेंसी के जरिए विक्रम से संपर्क साधने की कोशिश की है। लैंडर को सिग्नल भेजने के बाद चांद एक रेडियो रिफ्लेक्टर की तरह व्यवहार करता है और इसका छोटा सा हिस्सा धरती पर भेज देती है जो 8 लाख किलोमीटर में घूमती हुई यहां पहुंचती है।’ बता दें कि 7 सितंबर को लैंडर विक्रम से अचानक जमीनी सम्पर्क टूट गया था। जिसके बाद भारत के इस मिशन को बढ़ा झटका लगा। लेकिन भारत के इस मिशन की दुनिया भर में नजर तारीफ हो रही है।