बेंगलूरू। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) नए साल में महत्वाकांक्षी गगनयान समेत 25 मिशनों पर काम करेगा।
इसरो अध्यक्ष के शिवन ने बुधवार को कहा कि नए साल पर भारत के ‘मून मिशन’ के तहत चंद्रयान-3 मिशन की शुरुआत के साथ ही एक नया अध्याय भी जुड़ गया, जो चंद्रमा की सतह पर अपना यान उतारने का पुन: प्रयास होगा। ये सभी मिशन सहजता के साथ शुरू किए जा रहे हैं।
शिवन ने बताया कि गंगायान मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्रियों का प्रशिक्षण जनवरी के तीसरे सप्ताह रूस में प्रारंभ होगा। इस मिशन के लिए चार अंतरिक्ष यात्रियों का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 और गगनयान मिशन से जुड़े काम एक साथ शुरू किए जा रहे हैं।
उन्होंने चेन्नई के उन अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को भी बधाई दी, जो चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर मिशन से जुड़े रहे। उन्होंने कहा कि ध्वस्त माड्यूल की तस्वीर जारी करना अंतरिक्ष एजेंसी की नीति नहीं है। उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि वह कहां ध्वस्त हुआ और कहां पर है।
विक्रम लैंडर की गलत दिशा में पहुंच जाने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ऐसा गति के ह्लास की विफलता के कारण हुआ और इसकी आंतरिक वजह है।