सबगुरु न्यूज-सिरोही। जावाल में विमला हत्याकांड के बाद हुए आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए प्रकरणों को वापस लेने के विधायक संयम लोढ़ा के पत्र पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने विधिक प्रक्रिया शुरू की है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने पत्र द्वारा इस प्रकरण की प्रगति से लोढ़ा को अवगत करवाया है।
जावाल में दिसम्बर 2017 को एक बेवा विमला देवी अपने पुत्र के साथ लपता थी। जनवरी,2018 में उसका शव बरामद हुआ था। इसके बाद जावाल में इस प्रकरण को लेकर काफी हंगामा हुआ। इस दौरान उड और जावाल में हंगामा हुआ। इसमें पुलिस ने बरलूट थाने में रास्ता जाम करने और आगजनी के दो अलग-अलग प्रकरण दर्ज किए। इसमें भाजपा के कुछ पदाधिकारियों के साथ स्थानीय लोगों को नामजद किया गया।
इन लोगों की व्यथा थी कि इनकी गैर मौजूदगी में पुलिस ने तत्कालीन नेताओं के दबाव में उन लोगों का नाम दर्ज कर लिया। इसे लेकर पूर्व विधायक ओटाराम देवासी के सामने भी लोगों ने प्रकरण वापस लेने के लिए मांग की। राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद वर्तमान विधायक से इस प्रकरण को वापस लेने की मांग की गई। इस बीच पुलिस ने इस प्रकरण में न्यायालय में चालान पेश कर दिया था।
लोढ़ा ने इस प्रकरण को न्यायालय से वापस लेने के लिए मुख्यमंत्री से अनुरोध किया। इसकी सभी विधिक पहलूओं की जांच करवाने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा इस प्रकरण को आगे बढ़ा दिया गया है। फिलहाल न्यायालय में यह दोनो प्रकरण एवीडेंस के स्तर पर हैं।