हैदराबाद । आईपीएल की सबसे मजबूत टीम चेन्नई सुपरकिंग्स बुधवार को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ उसके घरेलू राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में एक और जीत के साथ प्लेऑफ में अपना स्थान पक्का करने उतरेगी।
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई के आठ मैचों में सात जीत और एक हार के बाद 14 अंक है और वह तालिका में शीर्ष पर है, हैदराबाद के खिलाफ एक और जीत उसका प्लेऑफ में स्थान लगभग पक्का कर देगी जबकि हैदराबाद सात मैचों में तीन ही जीत सकी है और तालिका में छठे नंबर पर खिसक गयी है। घरेलू टीम की कोशिश रहेगी कि वह हर हाल में जीत दर्ज कर अपनी स्थिति सुधारे।
ट्वंटी 20 लीग के इस अहम पड़ाव पर आकर बाकी टीमों के समीकरण भी काफी दिलचस्प हो गये हैं और हैदराबाद से आगे कोलकाता तथा पंजाब की टीमों के आठ आठ अंक हैं जिनके बीच अब आगे बढ़ने के लिये मुकाबला रोमांचक हो गया है। ऐसे में केन विलियम्सन की कप्तानी वाली हैदराबाद को जीत के लिये हर हाल में पूरा जोर लगाना होगा जिसे पिछले मैच में दिल्ली कैपिटल्स के हाथों अपने ही मैदान पर 39 रन से हार झेलनी पड़ी थी।
हैदराबाद को अपने आखिरी तीनों मैचों में निराशा हाथ लगी है और टीम जीत के लिये कुछेक खिलाड़ियों पर ही निर्भर दिखाई दे रही है। टीम अपने ओपनिंग बल्लेबाज़ों डेविड वार्नर और जॉनी बेयरस्टो पर सर्वाधिक निर्भर है जबकि बाकी बल्लेबाज़ खास प्रदर्शन नहीं कर सके हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के तीन महीने में ही भारत की विश्वकप टीम में जगह बनाने वाले ऑलराउंडर विजय शंकर भी पिछले मैच में एक रन ही बना पाये थे। शंकर ने अब तक सात मैचों में 132 रन बनाये हैं जिसमें 40 रन उनकी सबसे बड़ी पारी रही है।
हैदराबाद का गेंदबाजी विभाग हालांकि कुछ बेहतर है, संदीप शर्मा सात मैचों में आठ विकेट लेकर सबसे सफल हैं लेकिन राशिद खान अब तक पिछले संस्करण जैसा कुछ करिश्मा नहीं दिखा सके हैं। उन्होंने सात मैचों में छह ही विकेट लिये हैं जबकि सिद्धार्थ कौल को छह विकेट मिले हैं। भारतीय विश्वकप टीम का हिस्सा तेज़ गेंदबाज़ भुवनेश्वर कुमार ने सात मैचाें में 8.74 के महंगे इकोनोमी रेट से रन लुटाये हैं और पांच विकेट लिये हैं।
दूसरी ओर चेन्नई हर विभाग में संतुलित टीम है। चेन्नई ने पिछले मैच में कोलकाता नाइटराइडर्स को पांच विकेट से हराया था। टीम के बल्लेबाजी विभाग में शेन वाटसन, सुरेश रैना, फाफ डू प्लेसिस और कप्तान धोनी जैसे खिलाड़ी हैं जबकि गेंदबाजों में दीपक चाहर, इमरान ताहिर और हरभजन सिंह अब तक अच्छे से जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
पिछले मैच में रैना ने 58 रन की अर्धशतकीय पारी खेली थी जबकि स्पिनर ताहिर 27 रन पर चार विकेट लेकर मैन ऑफ द मैच रहे थे। अपने करियर में आखिरी बार भारतीय विश्वकप टीम का हिस्सा बने विकेटकीपर धोनी इस समय कमाल की फार्म में है और आठ मैचों में 76.66 के औसत से 230 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर हैं जबकि गेंदबाजों में ताहिर 13 विकेट और चाहर(10 विकेट) के साथ सबसे सफल हैं और टीम के प्लेऑफ में स्थान पक्का कराने के लिये एक बार फिर अहम भूमिका में होंगे।