अजमेर। चेटीचण्ड महोत्सव के 12वें दिन पूज्य झूलेलाल जयंती समारोह समिति के संयोजन में बुधवार को भारतीय सिन्धी सभा की ओर से अनासागर झील किनारे जेटी पर अनूठे तरीके से वरूण अवतार झूलेलाल जी को सजाकर सिन्धी रीति रिवाज के साथ ज्योति प्रज्जवलन की गई।
इस मौके पर दीपदान, करूणामुक्ति के लिए प्रार्थना करते हुए महाआरती की गई तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर हिन्दू व सिन्धू नववर्ष मनाया गया।
संयोजक मोहन तुलस्यिाणी ने बताया कि समारोह में समिति के अध्यक्ष कवंलप्रकाश किशनानी, महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, सिन्धी लेडीज क्लब की अध्यक्ष दिशा किशनानी ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में कलाकार पूनम गीतांजलि ने झूलण जे दर ते…, निर्मला लखवाणी ने दरियाह किनारे लाल सांई…, रितु मोतीरामाणी मेरी मां को नजर ना लग जाए…, कुमारी कल्पिता ने छो क्यां परवाह झूलण वेठो आ….भजनों से माहौल को भक्तिमय कर दिया।
भजन गायक घनश्याम भगत ने पल्लव प्रार्थना करवाई। कार्यक्रम का संचालन महेश टेकचंदाणी ने किया। आभार प्राचार सचिव प्रकाश जेठरा ने प्रकट किया।
समारोह में नरेन्द्र बसराणी, रमेश वलीरामाणी, भगवान पुरसवाणी, महेश मूलचंदाणी, कमलेश शर्मा, रमेश लख्याणी, निशा जसवाणी, राखी उतवाणी कुसुम आर्य, वीना केसवाणी, सुशीला छबलाणी, कांता मनकाणी, भारती बेलाणी, मानसी थारवाणी, राधिका अरोडा, साक्षी हासाणी, मोनिका चैनाणी, साक्षी पमनाणी, वीना लालवाणी, सपना लखवाणी सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सिन्धु सभा की ओर से नवसंवत्सर व चेटीचण्ड पर धार्मिक आयोजन
भारतीय सिन्धु सभा महानगर अजमेर की ओर से नवसंवत्सर व चेटीचण्ड के अवसर पर अलग अलग मंदिरों में पूजन व चौराहो पर सजावट की गई।
महानगर मंत्री महेश टेकचंदाणी ने बताया कि कार्यकर्ताओं ने शहीद हेमू कालाणी चौक स्थित झूलेलाल मन्दिर व आशा गंज स्थित इच्छापूर्ण झूलेलाल मन्दिर पर पूजन के साथ संगठन मंत्री मोहन कोटवाणी व कलाकार घनश्याम ठारवाणी भगत ने भजन व पंझडे प्रस्तुत किए। नववर्ष मंलगमय की प्रार्थना के साथ चौराहों की आकर्षक सजावट की गईं। ओम पताका व रंगीन स्टीकरों को व्यवसायिक प्रतिष्ठनों व आवासों पर लगाकर बधाईयां दी गई।
कार्यक्रम में जिलामंत्री मोहन तुलस्यिाणी, अध्यक्ष नरेन्द्र बसराणी, महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, कमलेश शर्मा, मनीष ग्वालाणी, नरेन्द्र सोनी, खेमचंद नारवाणी, पुरूषोतम जगवाणी, राम बलवाणी, गोविन्द पारवाणी, ईश्वर, राम केसवाणी, बाबा गागूमल, घनश्याम चांदनाणी सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।