जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के दक्षिण बस्तर नक्सली प्रभावित क्षेत्र में आज नक्सलियों ने निजी वाहन को बारूदी सुरंग विस्फोट से उड़ा दिया, जिससे जिला रिजर्व पुलिस बल के 11 जवान घटना स्थल पर शहीद हो गए।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर क्षेत्र में नक्सलियों की सूचना मिलने पर अरनपुर थाना क्षेत्र से जवानों का एक दल पालनार इलाके में गश्त पर गया हुआ था, जब ये जवान वाहन में सवार होकर लौट रहे थे तब आज दोपहर पालनार के आसपास नक्सलियों ने निजी वाहन को बारूदी सुरंग से विस्फोट किया जिससे एक वाहन चालक सहित ग्यारह जवान शहीद हो गए, कुछ जवानों के घायल होने की भी खबर है।
घटना की सूचना मिलने के बाद केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों के साथ दंतेवाडा के पुलिस उप महानिरीक्षक भी मौके पर पहुंच गए है। शहीद जवानों एवं विस्फोट में उड़ाए गए निजी वाहन के चालक के पार्थिव शरीर को जिला मुख्यालय लाने के लिए एम्बुलेंस मौके पर पहुंच गई है।उन्होंने बताया कि घटनास्थल जिला मुख्यालय से लगभग 50 किमी दूर जंगली क्षेत्र में हैं।उन्होने बताया कि घटना में शहीद सभी जवान जिला रिजर्व पुलिस बल के थे।
घटना के बारे में मिली और जानकारी के अनुसार विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि वाहन के परखच्चे उड़ गए और सड़क पर काफी गहरा गड्डा बन गया। राज्य में लम्बे समय बाद नक्सलियों के हमले में इतनी बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों के जवान शहीद हुए है।
इस घटना में प्रधान आरक्षक जोगा सोढी, मुन्ना राम कड़ती, संतोष तामो, नव आरक्षक दुल्गो मण्डावी, लखमू मरकाम, जोगा कवासी, हरिराम मण्डावी, गोपनीय सैनिक राजू राम करटम, जयराम पोडिय़ाम और जगदीश कवासी के साथ ही धनीराम यादव शहीद हो गए।
नक्सलियों ने बौखलाहट में घटना को दिया अंजाम : भूपेश
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों के हमले में चालक समेत 11 जवानों के हमले होने की घटना पर दुख व्यक्त करते हुए इसे नक्सलियों की बौखलाहट की कार्रवाई करार दिया है।
बघेल ने यहां पत्रकारों से इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बस्तर में नक्सलियों से लड़ाई अन्तिम दौर में चल रही है और सुरक्षा बलों ने उन्हे पीछे ढ़केल दिया है। बौखलाहट में अपनी उपस्थिति जताने के लिए नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया है।
उन्होने कहा कि नक्सलियों की इस कायराना वारदात से उनके खिलाफ अभियानऔर तेज किया जायेंगा और उन्हें किसी कीमत पर बख्शा नही जाएगा। बस्तर में शान्ति कायम करना सरकार का सबसे अहम लक्ष्य है। उन्होंने घटना में शहीद जवानों एवं चालक के परिवार के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त की है।