दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों द्वारा किए गए बारूदी सुरंग विस्फोट से आज भाजपा विधायक भीमा मंडावी एवं चार सुरक्षा कर्मी शहीद हो गए।
बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक विवेकानन्द ने बताया कि दंतेवाड़ा के विधायक भीमा मंडावी बस्तर संसदीय सीट पर प्रचार के अन्तिम दिन बचेली में सभा लेने के बाद शाम चार से पांच बजे नकुलनार वापस जा रहे थे कि रास्ते में कुंआकोडा से चार किलोमीटर दूर नक्सलियों ने बारूदी सुरंग विस्फोट कर उनके वाहन को उड़ा दिया। यह विस्फोट इतना भयंकर था कि विधायक के वाहन के परखच्चे उड़ गए।
उन्होंने बताया कि इस विस्फोट में विधायक मंडावी एवं चार सुरक्षा कर्मी मारे गए। सभी के शव क्षत विक्षत होकर दूर जाकर पड़े मिले। नक्सलियों ने विस्फोट के बाद फायरिंग भी की और इसके बाद जंगलों की ओर भाग गए। जिस स्थान पर विस्फोट हुआ वहां कई फुट गहरा गड़्ढा बन गया। घटनास्थल पर पुलिस एवं प्रशासन के आला अधिकारी अतिरिक्त पुलिस बल को लेकर पहुंच गए और इलाके में सर्चिंग शुरू की गई है।
इस घटना की सूचना मिलते ही एक चुनावी सभा के सम्बोधित कर रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उसे अधूरा छोड़कर तुरंत रायपुर रवाना हो गए। उन्होंने राजधानी में एक उच्च स्तरीय बैठक में इस घटना से उत्पन्न हालात की समीक्षा की। उन्होने घटना की पूरी जानकारी ली और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
सूत्रों के अनुसार घटना स्थल दंतेवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में ही है। जिस मार्ग पर यह घटना हुई उस मार्ग की रोड ओपनिंग पार्टी द्वारा जांच नहीं किए जाने के कारण विधायक को उस मार्ग के इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी गई थी, पर नकुलनार जाने के लिए शार्टकट होने के कारण उन्होंने इस मार्ग का इस्तेमाल किया।
सूत्रों के अनुसार नक्सलियों ने विधायक मंडावी के इस मार्ग के इस्तेमाल करने की जानकारी मिलते ही उनके वाहन को निशाना बनाया। नक्सलियो ने इतना अधिक विस्फोटक का इस्तेमाल किया कि विधायक के वाहन के परखच्चे उड़ गए। चुनावों के दौरान किसी विधायक की हत्या पहली बार हुई है। मंडावी बस्तर इलाके में भाजपा के अकेले विधायक थे।
यह इलाका बस्तर संसदीय क्षेत्र में आता है जहां पर मंगलवार शाम ही प्रचार समाप्त हुआ। यहां पर लोकसभा चुनावों के पहले चरण में 11 अप्रेल को मतदान होना है। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत फैल गई है।राजनीतिक दलों के लोगो एवं चुनाव डियूटी में लगे कर्मचारियों में सर्वाधिक दहशत का माहौल है। इस घुर नक्सल इलाके में मतदान पार्टियां सुरक्षा बलों के हेलीकाप्टरों से रवाना की जा रही है।
छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने बताया कि मंडावी सुबह नौ बजे तीन वाहनों के सुरक्षा काफिले के साथ निकले थे। उनके साथ जिला पुलिस के 50 जवान भी 25 मोटर साईकिलों से रवाना हुए थे। एक बजे वह प्रचार दौऱे से वापस दंतेवाड़ा भाजपा कार्यालय आ गए और डीआरजी प्रभारी को भ्रमण कार्यक्रम खत्म करने की जानकारी दी। जिसके बाद डीआरजी बल वापस लौट गया।
उन्होंने बताया कि दोपहर बाद मंडावी तीन सुरक्षा वाहनों के साथ फिर बगैर डीआरजी की अतिरिक्त सुरक्षा के रवाना हो गए। सबसे पहले उन्होने किरन्दुल पार्टी कार्यालय जाकर पार्टीजनों से मुलाकात की। फिर वहां से बचेली से कुआकोंडा मार्ग पर रवाना हुए जहां रास्ते में वारदात हुई। इस हमले में विधायक मंडावी, उनके आरक्षक चालक दंतेश्वर मौर्य, तीन पीएसओ छगन कुलदीप, रामला ओयामी एवं सोमडू कवासी शहीद हो गए।
भूपेश ने विधायक और जवानों की मृत्यु पर जताया शोक
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दंतेवाड़ा जिले में नक्सली घटना में विधायक भीमा मंडावी और सुरक्षा जवानों की मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। बघेल ने शोक सन्देश में कहा कि हमारे विधायक साथी भीमा मंडावी और चार जवान नक्सली हमले का शिकार हुए हैं। संसदीय लोकतंत्र पर यह एक और बड़ा और अत्यंत निंदनीय हमला है। मैं बेहद विचलित हूं, स्तब्ध हूं। दुःख व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं..।
उन्होंने शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हम एक बार फिर दृढ़ता के साथ संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करने की अपनी लड़ाई के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हैं।