कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा (कबीरधाम) जिले में एक निजी बस के चालक ने दिल का दौरा पड़ने के बाद भी बस को सुरक्षित स्थान पर खड़ी कर 40 यात्रियों की जान बचा दिया।
मिली जानकारी के अनुसार एक निजी बस कम्पनी में चालक रहे संतोष पात्रे गुरुवार को कवर्धा से दुर्ग जाने के लिए बस को लेकर रवाना हुए। सहसपुर लोहारा से बस आगे रवाना हुई तो एक किलोमीटर जाने के बाद पात्रे को सीने में दर्द शुरू हो गया।
सीने में दर्द के बावजूद उन्होंने बस की रफ्तार को अपनी सूझ-बूझ से नियंत्रित करते हुए एक स्थान पर खड़ा कर दिया। बस में उस समय लगभग 40 लोग सवार थे। पात्रों को इसके बाद तुरंत अस्पताल ले जा गया जहां उनकी मृत्यु हो गई।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शुक्रवार को इस प्रकरण की जानकारी होने पर वाहन चालक स्वर्गीय पात्रे के परिवार को एक लाख रूपए की सहायता देने की घोषणा की है। उन्होंने यह राशि स्वेच्छानुदान के मद से मंजूर की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पात्रे ने अचानक हृदयाघात होने के बावजूद लगभग 30 से 40 यात्रियों से भरी बस को सुरक्षित रोककर सभी यात्रियों को एक बड़ी दुर्घटना से बचा लिया।