बीजापुर। केंद्र सरकार की ओर से छत्तीसगढ के बीजापुर जिले में देश का पहला वनधन केंद्र खोला जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल को अपने प्रस्तावित दौरे के दौरान इस केंद्र की आधारशिला रखेंगे।
भारत सरकार के ट्राइबल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग डवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (ट्राईफेड) के प्रबंध निदेशक प्रवीर कृष्ण ने बताया कि बीजापुर में देश का पहला वनधन केंद्र खुलेगा, 14 अप्रैल को प्रधानमंत्री श्री मोदी इस केंद्र की आधार शिला रखेंगे। विकास केंद्र में वनवासियों को वनोपज के समुचित प्रसंस्करण, भंडारण, मार्केटिंग और ब्रांडिंग की ट्रेनिंग मिलेगी।
बताया जा रहा है कि यह केंद्र प्रदेश की बायो डायवर्सिटी के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण होगा। केंद्र में आदिवासी समूहों का कौशल विकास किया जाएगा। इसमें इमली, चिरौंजी, माहुल पत्ता आदि के प्रसंस्करण की आधुनिक तकनीक सिखाई जाएगी। प्रधानमंत्री इमली प्रसंस्करण की एक मशीन भी वनवासियों को सौंपेंगे।
छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक मुदित कुमार सिंह ने बताया कि वनधन विकास केंद्र के लिए केंद्र सरकार ने डेढ़ करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। इस पैसे से ट्रेनिंग सेंटर के साथ ही छोटे-छोटे गोदाम बनाए जाएंगे। महिला स्वसहायता समूहों को इमली केक, दोना पत्तल आदि मशीनों से बनाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। वनोपजों की पैकिंग और ब्रांडिंग होगी तो वनवासियों को ज्यादा दाम मिलेगा।
प्रदेश के वन राज्य मंत्री महेश गागड़ा ने बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा दी जा रही यह सौगात कौशल विकास का केंद्र होगी, जिसमें वनोपजों संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा।