नयी दिल्ली । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिर तीखा हमला करते हुए कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था के लिए मोदी सरकार का यह फैसला एक आपराधिक कदम था।
चिदम्बरन में प्रसिद्ध अर्थशास्त्री तथा अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के प्रमुख का अगले माह दायित्व निभाने जा रहे डॉक्टर गीता गोपीनाथ के अमेरिका के नेशनल ब्यूरो ऑफ इकोनोमिक रिसर्च में प्रकाशित एक शोध पत्र में की गयी टिप्पणी का उल्लेख करते हुए सरकार पर तीखा हमला किया और कहा कि नोटबंदी भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए गंभीर अपराध था। इसकी वजह से अक्टूबर-दिसम्बर 2016 के बीच आर्थिक विकास दर दो प्रतिशत घटी थी।
पूर्व वित्त मंत्री ने रविवार को देर रात ट्वीट कर कहा कि डॉ गोपीनाथ की इस रिपोर्ट के बाद नोटबंदी करने और इसे सही ठहराने वालों को समझ लेना चाहिए “नोटबंदी देश की अर्थव्यवस्था के खिलाफ अपराध था।”
डॉ गोपीनाथ ने के इस शोध पत्र के अनुसार “सरकार के नोटबंदी के फैसले के कारण 2016 में अक्टूबर और दिसम्बर के दौरान आर्थिक विकास दर कम से कम दो प्रतिशत घटी थी।” भारत में जन्मे हावर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर गीता गोपीनाथ के शोध पत्र में कहा गया है कि नोटबंदी के फैसले से छोटे छोटे स्थानों पर आर्थिक गतिविधियां ठहर गयी थीं, भुगतान की नयी तकनीक को तेजी से अपनाये जाने लगा था और बैंकों के ऋण उठाव में कमी आ गयी थी।