जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र की मोदी सरकार पर देश में हालात खराब होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इनकी संविधान के प्रति कोई आस्था नहीं है और लोकतंत्र खतरे में पड़ गया है।
गहलोत आज यहां कांग्रेस के 134वां स्थापना दिवस पर निकाले गए फ्लैग मार्च के अवसर पर बोलते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का बहुत लम्बा इतिहास रहा है और उसने देश को आजाद कराया। इसके बाद कई सरकारें बनी और वहीं नीतियां एवं विचारधारा रही जो संविधान एवं उसे बनाने वालों की थी।
लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उनके पार्टी के नेता कांग्रेस विरासत एवं पंडित नेहरू की विरासत को लेकर के क्या टिप्पणी करते हैं, आपको मालूम ही है। पंडित नेहरू की विरासत तो त्याग एवं बलिदान की, जेलों में जाने की है। शहादत देने की है। राजीव गांधी की शहादत, वो विरासत है। आपकी पार्टी की सोच वाले लोग आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों की मुखबिरी करते थे, वो लोग आज कांग्रेस विरासत की बात करते हैं, कितने शर्म की बात है।
उन्होंने कहा कि आज संविधान खतरे में है, लोकतंत्र की हत्या हो रही है, तमाम संस्थाएं बर्बाद हो रही हैं, चुनाव आयोग पर दबाव, सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स पर दबाव, पत्ता नहीं हिलता है बिना पीएमओ के। तमाम फैसले पीएमओ में होते हैं, देश कहां जा रहा है। देश में आग लगी हुई है। संविधान खतरे में है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश बचाओ का जो आह्वान किया है, वह मामूली नहीं है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाना है। सत्ता पर फासिस्टवादी लोग बैठ गए हैं, जिनकी संविधान के प्रति कोई आस्था नहीं है। यह मामूली खतरा नहीं है। उन्होंने इसे बहुत बड़ा खतरा बताते हुए कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि लोकतंत्र को बचाया जाए। कांगेस की विचारधारा देश को मजबूती देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा का काम आग लगाने का रहा है, कांग्रेस का काम आग बुझाने का रहा है। उन्होंने कहा कि अब भाजपा हर जगह हार रही है।
उन्होंने कांग्रेस के स्थापना दिवस पर बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज हमारे लिए यह बहुत ही गर्व और गौरव का दिवस हैं और त्याग से पैदा हुई विरासत को आज 134 वर्ष हो गए। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में खालिस्तान नहीं बनने दिया और देश को अखंड रखा। इंदिरा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी एवं पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह ने देश के लिए बलिदान दिया।
गहलोत ने कहा कि आज सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी के नेतृत्व में पिछले इक्कीस साल से कांग्रेस तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए संघर्ष कर रही है। सबको गर्व है, दस साल तक डॉ. मनमोहन सिंह के समयय अधिकार आधारित युग की शुरुआत हुई। सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, रोजगार का अधिकार, मनरेगा, फूड सिक्योरिटी एक्ट लेकर के आए, ये मामूली फैसले नहीं थे।
इस अवसर पर कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार ने संसद में संख्या बल पर संविधान विरोधी नागरिकता संशोधन कानून पास कराया, जिससे देश में इसके खिलाफ आक्रोश सड़कों पर उतर आया। केन्द्र सरकार से मांग है कि इस कानून को वापस लिया जाए, इस ओर उसका ध्यान आकर्षित करने के लिए कांग्रेस अपने स्थापना दिवस पर झंडा मार्च किया हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि देश में लगातार संविधान और लोगों पर प्रहार हो रहा है। असम, केरल, पश्चिम बंगाल सहित कई जगहों पर नौजवान आक्रोशित है। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में केन्द्र सरकार को संवाद स्थापित करना चाहिए।
पायलट ने कहा कि राज्य सरकार जनता से किए सभी वादे पूरे करने की तरफ कदम बढा रही है। निकाय चुनावों में कांग्रेस को मिली जीत के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए आह्वान किया कि आगामी पंचायत चुनाव में भी बढ़चढकर जिताएं।