खरगोन| मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान भारतीय जनता पार्टी के महेश्वर विधानसभा के कार्यकर्ताओं ने विधायक का जमकर विरोध किया।
जनआशीर्वाद यात्रा के तहत कल मध्य रात्रि महेश्वर विधानसभा क्षेत्र पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समक्ष उस समय अजीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब महेश्वर के भाजपा विधायक राजकुमार मेव के विरुद्ध उनकी पार्टी के ही कार्यकर्ताओं ने तख्तियां- पोस्टर थाम कर उन्हें टिकट नहीं दिए जाने की मांग कर डाली। पहले यह स्थिति महेश्वर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बड़ौली में बनी, उसके बाद मंडलेश्वर और महेश्वर में भी राजकुमार मेव का जमकर विरोध किया गया।
भाजपा महेश्वर के पूर्व युवा मंडल अध्यक्ष सुरेश गुर्जर तथा वरिष्ठ नेता व पूर्व सांसद प्रतिनिधि भूपेंद्र कुमार जैन ने कहा कि भाजपा विधायक राजकुमार मेव के बाहरी होने के चलते स्थानीय अधिकारियों तथा विभागों पर नियंत्रण नहीं है तथा क्षेत्र में कोई भी विकास कार्य नहीं हो पाया है और यदि उन्हें फिर से टिकट दिया गया तो यहां भाजपा की हार सुनिश्चित है।
उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा क्षेत्र से तीन बड़े विभागों के कार्यालय तथा जिला न्यायालय स्थानांतरित हो गए तथा उनके पास कोई काम लेकर जाने पर भी अधिकारियों द्वारा उनकी बात नहीं सुनने की दलील देकर कार्यकर्ताओं को हतोत्साहित किया जाता है। यात्रा के दौरान विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं से श्री चौहान ने कहा कि अपनी बात पार्टी फोरम पर रखें और इस तरह से यात्रा के मन्तव्य को नुकसान न पहुंचाएं।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा जन आशीर्वाद यात्रा में मुख्यमंत्री के साथ चल रहे प्रभात झा ने कहा कि 2008 और 13 में भी वे रथ यात्रा में शामिल थे, लेकिन 2018 की रथयात्रा उससे भी अधिक प्रभावशाली और उत्साहवर्धक है। आज तड़के सवा तीन बजे धार जिले के धामनोद में महिलाओं, बच्चों और युवा नागरिकों ने मुख्यमंत्री की विशाल सभा को सुना जो सिद्ध कर रहा है कि भाजपा को इस बार भी जबरदस्त समर्थन मिलने वाला है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में मत मतांतर आवश्यक है और पार्टी में व्यक्ति की बजाए पार्टी की निष्ठा सर्वोपरि है। जैसे ही एक बार पार्टी किसी व्यक्ति को अपना उम्मीदवार तय कर देती है। कार्यकर्ता केवल चुनाव चिन्ह पर ही अपना विश्वास व्यक्त करते हैं।
महेश्वर से तीन बार के भाजपा विधायक राजकुमार मेव ने कहा की वह 2000 के पूर्व से क्षेत्र में रहकर की सेवा कर रहे हैं और दरअसल यह विरोध नहीं है, लोकतंत्र में अपनी भावनाओं का प्रदर्शन है, जिसे पार्टी स्तर पर निराकृत कर लिया जाएगा। चौहान ने महेश्वर के उपरांत धार जिले के धामनोद तथा गुजरी में सभाएं ली, लेकिन उन्होंने घटनाक्रम के चलते खरगोन जिले के महेश्वर पहुंचकर रात्रि विश्राम किया तथा रूठे हुए कार्यकर्ताओं को मनाने की कोशिश करने के उपरांत आज इंदौर के लिए रवाना हो गए।
हाल ही में कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह की समन्वय यात्रा के दौरान भी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी भीकनगांव की विधायक तथा जिला कांग्रेस अध्यक्ष झूमा सोलंकी को टिकट न दिए जाने को लेकर जमकर प्रदर्शन किया था तथा श्री सिंह को दस रुपए के स्टांप पर शपथ पत्र सौंप कर श्रीमती सोलंकी को पुनः टिकट दिए जाने की स्थिति में कांग्रेस तथा श्रीमती सोलंकी के विरोध में काम करने की चेतावनी दी थी।