भोपाल । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 5 से 7 सितम्बर तक नर्मदा घाटी के अंतर्गत 9 माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजनाओं का भूमि-पूजन करेंगे।
योजनाओं के निर्माण पर लगभग 7 हजार 35 करोड़ 38 लाख रूपये लागत आयेगी। तुलनात्मक रूप से कम समय और कम लागत में पूरी होने वाली इन योजनाओं से नहर सिंचाई से वंचित 2 लाख 50 हजार 781 हेक्टेयर असिंचित रकबा माईक्रो सिंचाई के अंतर्गत आ जायेगा।
नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण ने घाटी में सिंचाई विस्तार के लिये बांध, जलाशय और नहरों के निर्माण की परम्परागत प्रक्रिया का नया और कारगर विकल्प माईक्रो उद्वहन सिंचाई के रूप में विकसित किया है। इसके अंतर्गत पूर्व निर्मित बांध, जलाशयों, नहरों और प्रवाहमान नर्मदा से जल उद्वहन कर घाटी के ऐसे अंचलों में पहुंचाया जायेगा, जहां नहर सिंचाई संभव नही है।
इन नवाचारी योजनाओं में सम्पूर्ण जल वितरण प्रणाली पाईप लाईन आधारित होगी। प्रत्येक ढाई हेक्टेयर चक में किसान को 20 मीटर दाबयुक्त जल उपलब्ध होगा। इस सुविधा से किसान माईक्रो सिंचाई अर्थात ड्रिप अथवा स्प्रिंकलर पद्धति से सिंचाई कर सकेंगे।