सिरसा। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने हरियाणा में सिरसा के नाथूसरी चोपटा थानार्गत गांव गुसाईआना में एक बंद पड़ी खल बिनौला फैक्ट्री में छापामारी कर 75 हजार 500 लीटर नकली डीजल बरामद किया है।
इसके अलावा एक तेल टैंकर, भंडारण के लिए रखा एक बड़ा टैंक, पांच छोटी टंकिया व पांच भरे हुए ड्रमों व डीजल तैयार करने का केमिकल को भी अपने कब्जे में लिया है। पकड़े गए डीजल के नमूने लेकर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग व पुलिस ने जांच के लिए मधुबन भेजे हैं। सैंपल की रिर्पोट आने तक इस फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। पृथम दृष्टया उड़नदस्ता व खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी इसे नकली डीजल मान रहे हैं।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के एएफएसओ संदीप कुमार ने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि यहां से नकली डीजल तैयार कर पास पड़ोस के गावों व पड़ोसी प्रांत राजस्थान के नोहर, भादरा व चूरू क्षेत्र में सप्लाई किया जाता था। राजस्थान के कुछ लोग यहां से सस्ते दामों पर तेल लेकर छोटी गाड़ियों में ड्रम भरकर वहां के गावों में इसे डीजल बता कर मंहगे दाम पर बेचते थे।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने इस डीजल के सैंपल भरकर नाथूसरी चोपटा पुलिस को मुकदमा दर्ज कर आगामी कार्यवाही के लिए सौंप दिया है। पुलिस ने फैक्ट्री से दीपक कुमार व रमेश कुमार को भी दबोचा है जबकि असली मालिक अभी फरार बताए जा रहे हैं। बताया यह भी जा रहा है कि यह गोरख धंधा सत्तारूढ़ दल से जुड़े कुछ लोगों की मिलीभगती से चल रहा था,जिससे स्थानीय प्रशासन व पुलिस हाथ नहीं डाल रही थी।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के एएफएसओ संदीप कुमार ने बताया कि सोमवार देर रात दो बजे मुख्यमंत्री उड़नदस्ते के डीएसपी शमशेर सिंह व इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने यहां छापामारी की। इस दौरान वहां तेल से भरा एक बड़ा तेल टेंकर खड़ा था जबकि भंडारण के लिए रखे अन्य टैंकरों को भरकर बिक्री के लिए रखा गया था। इनके अलावा, गाड़ियों व ड्रमों में तेल भरने के लिए गैर तरीके से एक मशीन भी रखी हुई थी, इन सबको कब्जे में ले लिया गया है।
इस दस्ते ने देर रात्रि को स्थानीय पुलिस को सूचित कर बुलाया। वहीं आज सुबह उड़नदस्ते ने जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी सुरेंद्र सैनी, एएफएसओ संदीप कुमार, जिला नापतोल इंस्पेक्टर धर्मपाल को मौके पर बुलाकर आगे की कार्यवाही शुरू की। इस टीम ने गुसाईआना गांव के तीन अन्य पेट्रोल पंपों के डीजल के सैंपल भी जांच के लिए भरे।
खल बिनौला फैक्ट्री मसलिक ने बताया कि करीब छह माह पहले उसने यह जगह आदमपुर के विनोद गोयल को किराए पर दे दी थी। विनोद गोयल द्वारा यहां नकली तेल बनाकर उसे बॉयो डीजल बताकर बेचने की सूचना जब मुख्यमंत्री कार्यालय को मिली तो एक टीम गठित कर छापामार कार्यवाही की गई। बताया जा रहा है कि इस गाेरख धंधे में संलिप्त कुछ सफेदपोश बचाव के लिए बड़े आकाओं के पास देर रात्रि से ही घूम रहे हैं।
जब इस संदर्भ में थाना नाथूसरी चोपटा के प्रभारी इंस्पेक्टर सत्यवान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें व अन्य दो जनों दीपक कुमार व रमेश कुमार को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों की ओर से 75 हजार 500 लीटर नकली डीजल, मशीन, अन्य सामान तथा सैंपल सौंपे गए हैं। सैंपल मधुबन लैब में जांच के लिए भेजा जा रहा है।
शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है। फूड एंड सप्लाई अधिकारियों, नापतोल विभाग और नाथूसरी चौपटा थाना पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए फिलहाल इस फैक्ट्री को सील कर दिया गया है।