अजमेर। राजस्थान में अजमेर के गंज थाना क्षेत्र में पुलिस ने बंगाल पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई करके पश्चिम बंगाल में बेचा गए एक बालक को छुड़ाने में सफलता प्राप्त की है।
पुलिस सूत्रों ने आज यहां बताया कि यह कार्रवाई पश्चिम बंगाल के 24 परगना नॉर्थ के थाना नेजटहाट पुलिस, गंज थाना पुलिस, मानव तस्करी विरोधी इकाई और चाइल्ड हेल्पलाइन अजमेर के संयुक्त प्रयासों से की गई।
पुलिस के अनुसार बरामद बालक को उसके ही सौतेले पिता ने पश्चिम बंगाल आलमबरी गाजी को बेच दिया था। मामला दर्ज होने पर नेजहहाट पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद उक्त बालक के अजमेर में होने की जानकारी मिली।
इस पर पश्चिम बंगाल पुलिस ने अजमेर पहुंचकर स्थानीय पुलिस के साथ ही अजमेर में मानव तस्करी प्रभावी यूनिट के प्रभारी अशोक विश्नोई को बच्चे की फोटो एवं अन्य जानकारी दी।
इस पर पुलिस ने पश्चिम बंगाल में बेचे गए दस वर्षीय इस बालक को अजमेर के लौंगिया मोहल्ला स्थित बाबू भाई के मकान में रह रहे आलम बरी गाजी निवासी पश्चिम बंगाल के कब्जे से बरामद कर लिया। पुलिस ने बताया कि बरामद बच्चे को पश्चिम बंगाल पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है और आरोपी आलमबरी गाजी से पूछताछ की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि अजमेर के दरगाह नजदीकी इस क्षेत्र में पहले भी मानव तस्करी यूनिट ने बाल श्रम में लिप्त बच्चों को मुक्त कराया है। इस क्षेत्र में मकानों के तयखाने में आरी तारी का काम बहुतायत में होता है जिसमें बड़े पैमाने पर बच्चों से बाल श्रम कराया जाता है।