नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिसमस और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर राष्ट्र को सौगात देते बच्चों को कोविड टीका लगाने और स्वास्थ्य कर्मियों तथा वरिष्ठ नागरिकों को कोविड टीके की अतिरिक्त खुराक देने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को देर शाम इस आशय की घोषणा करते हुए कहा कि कोविड के नये संस्करर ओमिक्राॅन से निपटने की पूरी तैयारी कर ली गई है। उन्होंने देशवासियों से सतर्कता और सावधानी बरतने का आह्वान करते हुए कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है।
मोदी ने कहा कि देश में 18 लाख से अधिक कोविड बिस्तर तैयार हो गए हैं। इसके अलावा बच्चों के लिए 90 हजार बिस्तर तैयार हैं। इनमें आईसीयू बिस्तर भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि अगले साल तीन जनवरी, सोमवार से 15 साल से 18 साल की आयु के बीच के बच्चों का कोविड टीकाकरण आरंभ हो जाएगा। इसके अलावा, स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धाओं तथा 60 वर्ष से अधिक के नागरिकों को 10 जनवरी से कोविड टीके की अतिरिक्त खुराक दी जाएगी। वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त खुराक डॉक्टरों की सलाह पर दी जाएगी।
इस बीच भारतीय कोविड वैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक ने कहा है कि उसके कोवैक्सिन टीके को 12 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को देने की मंजूरी मिल गई है
यह वही टीका होगा जो 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति नागरिकों को दिया गया है। मोदी ने कहा कि देश में भी कई लोगों के ओमीक्रॉन से संक्रमित होने का पता चला है। आम जनता को सावधान और सतर्क रहना चाहिए तथा कोविड मानकों का पूरी तरह से पालन करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मास्क और हाथों का थोड़ी-थोड़ी देर पर धोना, इन बातों को याद रखें। उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी से लड़ाई का अब तक का अनुभव यही बताता है कि व्यक्तिगत स्तर पर सभी दिशानिर्देशों का पालन, कोरोना से मुकाबले का बहुत बड़ा हथियार है। और दूसरा हथियार टीकाकरण है।
देश के सभी नागरिकों का सामूहिक प्रयास और सामूहिक इच्छाशक्ति है कि आज भारत 141 करोड़ वैक्सीन डोज के अभूतपूर्व और बहुत मुश्किल लक्ष्य को पार कर चुका है। भारत की वयस्क जनसंख्या में से 61 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। इसी तरह, वयस्क जनसंख्या में से लगभग 90 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की एक डोज लगाई जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि महामारी के विरूद्ध संघर्ष में स्वास्थ्यकर्मी और कोरोना योद्धा का बहुत बड़ा योगदान है। सरकार ने निर्णय लिया है कि इनको कोविड टीके की अतिरिक्त खुराक दी जाएगी। इसके अलावा गंभीर बीमारियों से पीड़ित नागरिकों और 60 वर्ष से ऊपर की आयु के नागरिकों को, उनके डॉक्टर की सलाह पर टीके की अतिरिक्त खुराक का विकल्प उनके लिए भी उपलब्ध होगा।
सरकार ने बूस्टर डोज लगने का मेरा सुझाव माना : राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने खुशी जताई है कि केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी से बचाव के लिए बूस्टर डोज लगाने के उनके सुझाव को माना है और सभी नागरिकों को यह डोज लगाने का निर्णय लिया है।
कांग्रेस नेता ने सरकार के उनके सुझाव को अमलीजामा पहुंचाने पर खुशी जाहिर करते हुए मोदी सरकार के इस निर्णय को सही कदम बताया और कहा कि कोरोना महामारी से देश के हर नागरिक को सुरक्षा पहुंचाना बहुत जरूरी है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि केंद्र सरकार ने बूस्टर डोज़ का मेरा सुझाव मान लिया है- ये एक सही क़दम है। देश के जन-जन तक वैक्सीन व बूस्टर की सुरक्षा पहुँचानी होगी।
उन्होंने इसके साथ कुछ दिन पहले किया अपना वाह ट्वीट भी पोस्ट किया है जिसमे उन्होंने सरकार से पूछा था कि देश की बड़ी आबादी का अब तक टीकाकरण नहीं हुआ है। भारत सरकार बूस्टर डोज कब से शुरू कर रही है।
गहलोत ने बूस्टर डोज की घोषणा पर जताई प्रसन्नता
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बूस्टर डोज एवं 15 साल से 18 साल तक के बच्चों के वैक्सीनेशन की घोषणा पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
गहलोत ने इस घोषणा पर कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि आज हमारी मांग को स्वीकार कर प्रधानमंत्री जी ने बूस्टर डोज एवं 15 साल से 18 साल तक के बच्चों के वैक्सीनेशन की घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन एवं कोविड प्रोटोकॉल ही कोविड से लड़ने का तरीका है। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञों की राय के अनुसार हमने कई दफा पत्र लिखकर प्रधानमंत्री से कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज एवं बच्चों की वैक्सीन के संबंध में दिशा निर्देश जारी करने की मांग की थी।
मुख्यमंत्री ने सभी लोगों से कोविड की गंभीरता समझकर वैक्सीनेशन करवाने और इस छुट्टियों के सीजन में कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन सुनिश्चित करने का आग्रह किया।