जयपुर। राजस्थान के अधिस्वीकृत पत्रकारों के बच्चों को प्री-मैट्रिक एवं पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप मिलेगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा स्कॉलरशिप के लिए तैयार अधिसूचना को मंजूरी प्रदान की है।
इसके तहत पोस्ट मैट्रिक में 13 हजार 500 रूपए तक की छात्रवृत्ति पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप योजना के तहत उच्च शिक्षा संस्थानों में अध्ययनरत अधिस्वीकृत पत्रकारों के बच्चों को स्कॉलरशिप दी जाएगी। इसमें हॉस्टलर्स को चार हजार से 13 हजार 500 रूपए तक तथा डे स्कॉलर्स को ढाई हजार से सात हजार रूपए तक का प्रावधान है।
पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप योजना को चार वर्गों में बांटा गया है। स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के प्रोफेशनल डिग्री कोर्सेज के लिए हॉस्टलर्स को 13 हजार 500 रूपए एवं डे स्कॉलर्स को सात हजार रूपए की स्कॉलरशिप दी जाएगी। विभिन्न प्रोफेशनल कोर्सेज जिनमें डिग्री एवं डिप्लोमा सर्टिफिकेट मिलता हो, में अध्ययनरत हॉस्टलर्स को नौ हजार 500 रूपए एवं डे स्कॉलर्स को छह हजार 500 रूपए की स्कॉलरशिप मिलेगी।
10वीं कक्षा के बाद किए जाने वाले विभिन्न नॉन डिग्री कोर्सेज के लिए हॉस्टलर्स को चार हजार रूपए एवं डे स्कॉलर्स को ढाई हजार रूपए की वार्षिक छात्रवृत्ति तथा अन्य स्नातक व स्नातकोत्तर कोर्सेज कर रहे हॉस्टलर्स के लिए छह हजार रूपए एवं डे स्कॉलर्स के लिए तीन हजार रूपए की स्कॉलरशिप का प्रावधान किया गया है।
प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप के तहत अधिस्वीकृत पत्रकारों के कक्षा छह से 10वीं में अध्ययनरत बच्चों को स्कॉलरशिप मिलेगी। इसमें एक वर्ष में अधिकतम 10 माह लगभग एक हजार रूपए (100 रूपए प्रतिमाह) की प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने बजट 2022-23 में समाज को जागरूक करने में पत्रकारों की महत्ती भूमिका को ध्यान में रखते हुए उन्हें सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में पत्रकारों के बच्चों के लिए स्कॉलरशिप देने की घोषणा की थी। इसकी क्रियान्विति में राजस्थान पत्रकार एवं साहित्यकार कल्याण कोष से पत्रकारों के बच्चों को स्कॉलरशिप देने के लिए स्वीकृति प्रदान की है।