संयुक्त राष्ट्र/नई दिल्ली। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुख्य सरगना मसूद अज़हर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने संबंधी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव एक बार फिर चीन की ओर से आपत्ति जताए जाने के कारण रद्द हो गया।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देश अमरीका, फ्रांस और ब्रिटेन ने मसूद को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव रखा था। स्थायी सदस्यों में शामिल चीन ने प्रस्ताव पर आपत्ति जताई जिसके बाद इसे रद्द कर दिया गया।
मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किए जाने की प्रक्रिया में चीन के अड़ंगा लगाने पर भारत ने निराशा जताते हुए बुधवार रात कहा कि इसके लिए लगातार प्रयास किए जाते रहेंगे।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि हमें इस कदम से निराशा हुई। इससे 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर में आतंकवादी हमला करने वाले आतंकी संगठन के सरगना को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित नहीं किया जा सका।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि हम सदस्य राष्ट्रों की ओर से किए गए प्रयासों के लिए आभारी हैं जो मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव रखा।
मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए सभी रास्ते अपनाएंगे कि आतंकवादी सरगना जो जघन्य हमलों में शामिल है उसे न्याय के दायरे में लाया जाए।