बीजिंग। भारत की ओर से दुश्मन के उपग्रह को अंतरिक्ष में ही मार गिराने की क्षमता हासिल करने के बाद चीन ने बुधवार को इस पर एक सतर्कता पूर्वक बयान जारी कर कहा कि वह आशा करता है कि प्रत्येक देश अंतरिक्ष में शांति और स्थिरता बनाए रखेगा।
चीन के विदेश मंत्रालय ने अपने लिखित प्रतिक्रिया में कहा कि हमें कुछ रिपोर्टों के बारे में जानकारी मिली है और हम आशा करते हैं कि प्रत्येक देश अंतरिक्ष में शांति और स्थिरता बनाये रखेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में बताया कि महज तीन मिनट में ‘मिशन शक्ति’ को अंजाम दिया गया और एक लाइव उपग्रह को अंतरिक्ष में ही मार गिराया गया। अमेरिका, रूस और चीन के बाद यह कारनामा करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन गया है।
मोदी ने बताया कि अंतरिक्ष में 300 किलोमीटर दूर ‘लो अर्थ ऑर्बिट’(पृथ्वी की निचली कक्षा) में एक सजीव उपग्रह को स्वदेशी एंटी सेटेलाइट मिसाइल यानी उपग्रह मारक प्रक्षेपास्त्र (एसैट) से सफलतापूर्वक मार गिराया गया। यह उपग्रह एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य था।
उन्होंने कहा कि ‘मिशन शक्ति’ एक अत्यंत कठिन ऑपरेशन था जिसके लिए अत्यंत कठिन एवं बहुत उच्च कोटि की तकनीकी क्षमता की जरूरत थी। इस मिशन ने सभी निर्धारित लक्ष्यों एवं उद्देश्यों को पूरा किया।