बीजिंग। चीन की ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी अलीबाबा के संस्थापक जैक मा लोगों की आखों से ओझल होने के तकरीबन तीन माह के बाद बुधवार को सार्वजनिक रूप से पहली बार सामने आए। वह गत अक्टूबर में चीन की बैंकिंग प्रणाली पर अपने विवादित भाषण के बाद अचानक से गायब हो गए थे।
अलीबाबा की ओर से जारी एक मिनट से कम समय के वीडियो क्लिप में जैक मा ने आज चीन के 100 ग्रामीण शिक्षकों के साथ वीडियो लिंक के जरिए संवाद किया और उन्हें शुभकामनाएं दी और उन्होंने खेद व्यक्त किया कि वह इसी बीच उनसे नहीं मिल सके। जैक मा ने शिक्षकों से कहा कि जब कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा तब हम फिर मिलेंगे।
पिछले साल 24 अक्टूबर को शंघाई में एक सार्वजनिक भाषण के दौरान चीन की बैंकिंग प्रणाली की कटु आलोचना करने के बाद लगभग तीन महीनों के बाद जैक मा पहली बार सामने आए। जैक मा ने अपने भाषण में बैकों को एक मोहरा की तरह मानसिकता से काम करने वाला बताया और मौजूदा बैंकिंग नियमों को वित्तीय नवाचारों के लिए बाधाएं उत्पन्न करने का आरोप लगाया था।
जैक मा की विवादास्पद टिप्पणियों से नाराज चीनी बैंकिंग नियामकों ने ऐंट समूह की नियोजित प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) पर रोक लगा दी, जो शंघाई स्टॉक एक्सचेंज में अलीबाबा से जुड़ी एक वित्तीय सेवा है।
ऐंट समूह के शीर्ष अधिकारियों को चीनी बैंकिंग नियामकों के साथ मुलाकात के लिए बुलाया गया, जिन्होंने चीन में प्रासंगिक बैंकिंग नियमों को पूरा करने के लिए वित्तीय सेवा का पुनर्गठन करने का आदेश दिया था। ऐंट समूह के आईपीओ से रिकॉर्ड 37 अरब डालर की वृद्धि होने की उम्मीद जताई गई है।