चित्तौड़गढ़। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा में कोरोना से त्रस्त लोगों पर प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर कई परिवारों को बेघरबार करने के विरोध में आज सांसद चंद्रप्रकाश जोशी कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठ गए।
प्राप्त जानकारी अनुसार जिले की अणुनगरी रावतभाटा में सुरक्षा कारणों के चलते यहां रह रही पचास हजार की आबादी वाले परिवारों के पास कोई अधिकृत पट्टे नहीं है और इसी की आड़ में उपखंड अधिकारी एवं स्थानीय नगर पालिका ने कोटा बैरियर के समीप की बेशकीमती भूमि पर बने 88 परिवारों के आवास को अतिक्रमण के रुप में चिन्हित कर शनिवार को भारी मशीनों एवं तीन सौ मजदूरों को साथ लें हटाना शुरू कर दिया।
ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो डंडे के दम पर उन्हें अपने आशियाने छोड़ भागने पर मजबूर कर दिया जिन्होंने आसपास के गांवों एवं कोटा में अपने रिश्तेदारों के यहां शरण ली। कुछ परिवार पहले से ही बढ़ते कोरोना के कारण यहां से जा चुके थे। शनिवार एवं रविवार सुबह हुई कार्रवाई में आधा दर्जन पक्के मकानों को ध्वस्त कर दिया।
इसकी जानकारी सांसद जोशी को मिलने पर आज वे स्वयं, जिला प्रमुख सुरेश धाकड़ एंव भाजपा जिलाध्यक्ष गौतम दक कलेक्टर ताराचंद मीणा से मिले और कोरोना काल में लोगों को बेघर करने का विरोध किया तथा ज्ञापन दिया। लेकिन कलेक्टर के रुखे जवाब से असंतुष्ट हो यह सभी नेता कलेक्ट्रेट में ही जाजम बिछा धरने पर बैठ गए, बाद में कलेक्टर के उचित कार्रवाई के आश्वासन पर इन्होंने धरना समाप्त कर दिया।