केपटाउन। वेस्टइंडीज़ के स्टार बल्लेबाज़ क्रिस गेल ने दक्षिण अफ्रीका की जांसी सुपर लीग (एमएसएल) में जोज़ी स्टार्स के साथ अपने निराशाजनक सत्र के बाद ट्वंटी 20 टूर्नामेंट को अलविदा कर दिया है और साथ ही कहा कि फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट में सम्मान नहीं हाेता है।
एमएसएल लीग की गत चैंपियन जोज़ी स्टार्स ने मौजूदा सत्र में अब तक एक भी मैच नहीं जीता है जिसके बाद से विस्फोटक क्रिकेटर गेल पर सबसे अधिक उंगलियां उठ रही थीं। गेल ने टीम की ओर से छह पारियों में मात्र 101 रन बनाये जिसमें 54 रन रविवार को श्वाने स्पार्टंस के खिलाफ खेले गये मैच में बनाये थे।
40 साल के गेल ने दक्षिण अफ्रीकी लीग छोड़ने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा,“ जैसे ही दो तीन मैचों में मेरा प्रदर्शन खराब हुआ मैं टीम के लिये बोझ बन गया। मैं सिर्फ इस एक टीम के बारे में नहीं बोल रहा हूं लेकिन पिछले कई वर्षाें से मैं फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेल रहा हूं और मेरी इन लीगों में खेलने के बाद यही समीक्षा है कि गेल जब भी दो तीन या चार मैचों में रन नहीं बनाता तो वह टीम के लिये बोझ बन जाता है।”
उन्होंने कहा,“ऐसा लगता है कि एक अकेला खिलाड़ी ही पूरी टीम के लिये बोझ है और फिर आपको सुनना भी पड़ता है। मुझे इसमें सम्मान नहीं मिलेगा। लोग याद नहीं रखते कि आपने उनके लिये क्या किया है। मुझे सम्मान नहीं मिला। मैं सिर्फ इस टीम नहीं बल्कि सभी फ्रेंचाइजियों के बारे में बात कर रहा हूं। खिलाड़ी, प्रबंधन, टीम प्रमुख, बोर्ड सदस्य सभी आपको बोझ समझने लगते हैं।”
कैरेबियाई खिलाड़ी ने कहा, “एक बार भी गेल फेल होता है तो यह उसके करियर का अंत है। वह बेकार है और वह किसी काम का नहीं है। ऐसी बातें लगातार होती हैं और मैंने पहले भी इन बातों को सुना है और उससे खुद को उबारा है। मैं इन बातों का आदी हो चुका हूं।”
गेल और जोजी स्टार्स का एमएसएल लीग में काफी खराब सत्र रहा है और टीम अपने सभी छह मैच हार चुकी है। गेल ने पहले पांच मैचों में मात्र 47 रन बनाये हैं और फाइनल मैच में 28 गेंदों में 54 रन बनाये जो उनका ट्वंटी 20 में 400वां मैच भी था।