जमैका। वेस्टइंडीज के विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल साथी खिलाड़ी रामनरेश सरवन के खिलाफ विवादास्पद बयान देने को लेकर प्रतिबंध से बच गए हैं।
गेल ने सरवन के खिलाफ कैरेबियाई प्रीमियर लीग (सीपीएल) की टीम जमैका तालावास से उन्हें हटाने को लेकर विवादास्पद बयान दिया था जिसके बाद सीपीएल ने टूर्नामेंट के नियम तोड़ने को लेकर समिति से उनकी शिकायत की थी।
गेल ने हालांकि इस बात को स्वीकार किया कि उनके बयान से सीपीएल की छवि को नुकसान पहुंचा है जिसके बाद समिति ने इस मामले पर सुनवाई की जरुरत नहीं समझी और मामले को बंद कर दिया।
समिति ने बयान जारी कर कहा कि गत छह मई को समिति को सीपीएल की ओर से गेल के खिलाफ टूर्नामेंट के नियम तोड़ने को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी जिसमें गेल ने वीडियो जारी कर कुछ विवादास्पद बयान दिए थे। उनके खिलाफ मामले की सुनवाई के लिए तीन सदस्यों की समिति गठित की गई थी।
बयान में कहा गया है कि सुनवाई से पहले ही गेल ने अपनी गलती स्वीकार की और उन पर आरोप नहीं लगाने के लिए प्रयास किए। उन्होंने समिति को बयान जारी अपनी गलती स्वीकारने की जानकारी दी और समिति ने इसे सीपीएल औऱ क्रिकेट वेस्टइंडीज के साथ साझा किया। सभी पक्षों की सहमति के बाद गेल के खिलाफ सुनवाई की जरुरत नहीं पड़ी और मामले को बंद करने का फैसला किया गया।
गेल ने बयान जारी कर कहा कि हाल ही मैंने यूट्यूब पर तीन वीडियो जारी किए थे जहां मैंने जमैका के साथ अपने सफर को खत्म करने के बारे बताया था। मैंने यह वीडियो किसी इरादे से जारी किए थे और मैं प्रशंसकों को बताना चाहता था कि मेरी इच्छा थी कि मैं सीपीएल का करियर जमैका के साथ खत्म करूं लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
उल्लेखनीय है कि क्रिस गेल ने जमैका से हटने के पीछे रामनरेश सरवन का हाथ बताया था और उन्हें खूब खरी-खोटी सुनाई थी। उन्होंने सरवन को कोरोना से भी खतरनाक बताते हुए सांप करार दिया था।
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