वेलिंगटन। न्यूजीलैंड में क्राइस्टचर्च की दो मस्जिदों में शुक्रवार को चार बंदूकधारियों की अंधाधुंध गोलीबारी में कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई और अन्य 20 घायल हो गए। गोलीबारी से ठीक पहले नमाज अदा करने के लिए मस्जिद में प्रवेश कर रहे बांग्लादेशी क्रिकेट टीम के सदस्य इस हमले में बाल-बाल बच गए।
न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंदा आर्डर्न ने यहां संवाददाताओं को बताया कि 10 लोग लिनवुड और 30 लोग हेगले पार्क के पाय डींस एवेन्यू मस्जिद में मारे गए। गोलीबारी में 20 लोग घायल भी हुए हैं। उन्होंने इसे एक आतंकवादी घटना बताया और कहा कि देश में ऐसी घटना पहले कभी नहीं हुई। उन्होंने कहा लगता है कि इस हमले की योजना पहले से बनाई गयी होगी।
यहां संवाददाता सम्मेलन में आज के दिन को सबसे काले दिनों में से एक बताया। उन्होंने कहा कि यह साफ है कि यह न्यूजीलैंड के सबसे काले दिनों में से एक है। आज जो यहां हुआ, वह जघन्य हिंसक घटना है। मेरी संवेदनाएं और मुझे विश्वास है कि पूरे न्यूजीलैंडवासियों की संवेदनाएं हताहतों और उनके परिजनों के साथ हैं।
आर्डर्न ने बताया कि हमलों के संबंध में तीन पुरुषों और एक महिला को गिरफ़्तार किया गया है। उन्होंने हमलावरों के बारे में अधिक जानकारी देने से इंकार कर दिया। पुलिस आयुक्त माइक बुश ने कहा कि हम मृतकों की पहचान नहीं कर सके हैं क्योंकि घटनास्थलों को बंद कर दिया गया है। मैं यह नहीं कह सकता कि घटनास्थल पर और हमलावर मौजूद नहीं हैं।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मौरिसन ने हमलावरों में से एक के ऑस्ट्रेलियाई नागरिक होने की पुष्टि की है। वह न्यूजीलैंड में ही रह रहा था। उन्होंने कहा कि लोग हमले से स्तब्ध, भयभीत और आक्राेशित हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं जिसे एक चरमपंथी, दक्षिणपंथी हिंसक आतंकवादी ने अंजाम दिया है। इस हमले ने हमें याद दिलाया है कि हमारे बीच शैतान हमेशा मौजूद है जो कभी भी हम पर हमला कर सकता है।