नई दिल्ली। सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में नागरिकता (संशोधन) विधेयक पेश किया। लाेकसभा में विपक्ष के भारी हंगामे के बीच विधेयक पास हुआ। लेकिन असम में इस बिल पर जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (NESO) और ऑल असम स्टूडेंट यूनियन (AASU) ने आज सुबह 5 बजे से शाम 5 बजे तक 12 घंटे का बंद बुलाया है। लोग सड़को पर उतर आये है।
असम में विरोध प्रदर्शन को देखते हुए अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई। विरोध की वजह से गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ और कॉटन यूनिवर्सिटी की परीक्षा रद्द कर दी गई है।
बता दें, नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 में अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बंगलादेश से धार्मिक उत्पीड़न की वजह से भारत में शरण लेने वाले हिन्दू, सिख, ईसाई, पारसी, बौद्ध और जैन समुदाय के लोगों को नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है। लेकिन भारत में 5 साल रहने के बाद उन लोगों को भारत की नागरिकता दे दी जाएगी। वर्तमान नियमों के मुताबिक, 11 साल बाद यह नागरिकता दी जा रही थी।