अजमेर। अजमेर जिला नागरिक सुरक्षा सिविल डिफेंस टीम एवं आपदा प्रबंधन की सेमिनार गुरुवार को चीफ़ वार्डन अमर सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में राजकीय टीटी महाविद्यालय में आयोजित की गई।
सेमिनार में नागरिक सुरक्षा कौशल की समूचे शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र तक पहुंच सुनिश्चित करने को लेकर चर्चा की गई। साथ ही आपदा के समय होनी वाली जन हानि को रोकने के लिए कार्यकर्ताओं के समय समय पर प्रक्षिक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
हाल ही में मुख्य सचिव उषा शर्मा ने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में एक लाख नागरिकों को सुरक्षा प्रक्षिक्षण देने के निर्देश दिए थे। इसी के अनुरूप अजमेर में भी नए स्वयंसेवकों को जोडने की जरूरत बताई।
इस अवसर पर एडीएम सिटी राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल ने नागरिक सुरक्षा टीम की और से किए जा रहे कार्यो की प्रशंसा की तथा गत 30 मार्च को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत आयोजित फ्री टू साइकिल, फ्री टू वॉक कार्यक्रम के समापन समारोह में शामिल स्वयंसेवको को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
उन्होंने स्वयं सेवकों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए पूरा सहयोग करने का भरोसा दिलाया साथ ही बताया कि नागरिक सुरक्षा प्रक्षिक्षण संस्थान की भूमि आवंटन का प्रस्ताव बनाकर एडीए सचिव को प्रस्तुत किया गया है।
उन्होंने ज्यादा से ज्यादा स्वयंसेवको को एडीए प्रोजेक्ट, हॉस्पिटल, ट्रैफिक एवं अन्य विभागों में अपनी कार्य कुशलता के अनुरूप लगाने के लिए कहा है ताकि सिविल डिफेंस कार्यकर्ताओं को पूरे वर्ष रोजगार मिल सके। नागरिक सुरक्षा कार्यालय में कार्यकर्ताओं को प्रक्षिक्षण के लिए आवश्यक कंप्यूटर के लिए तत्काल प्रभाव से दो कंप्यूटरों की स्वीकृति प्रदान की गई।
इस मौके पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के सिद्ध भटनागर एवं योगेश सारस्वत ने सहयोग देने का आश्वासन दिया। सिविल डिफेंस टीम के चीफ़ वार्डन अमर सिंह राठौड़ के प्रयास से स्वयंसेवकों के द्वारा शहरी एवं ग्रामीण स्तर के ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रक्षिक्षण देने के लिए संकल्प मिशन अभियान की शुरुआत कर वर्ष 2022 के अंत तक लक्ष्य पूर्ति का प्रयास रहेगा। इस अवसर पर नागरिक सुरक्षा के सभी सदस्य उपस्थित रहे।