अजमेर। सिविल डिफेंस अजमेर यूनिट ने नागरिक सुरक्षा कार्यालय में चीफ वॉर्डन अमर सिंह के निर्देशन में गुरुवार को 78वां अग्निशमन स्मृति दिवस मनाया। इस मौके पर ध्वजारोहण किया गया।
सिविल डिफेंस टीम के मीडिया प्रभारी किशन गोपाल जाट ने बताया कि एक सप्ताह तक विभिन्न प्रकार के अग्नि सुरक्षा उपायों पर कार्यक्रम होंगे। इस दौरान आमजन को सुरक्षा एवं भय मुक्त करने पर जोर दिया गया। आगामी एक सप्ताह तक सभी वोलियंटरों को आमजन को आपात स्थिति में सुरक्षित रखने का प्रक्षिक्षण दिया जाएगा।
उन्होंने अग्निशमन स्मृति दिवस के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 14 अप्रैल 1944 को मुम्बई बंदरगाह में फोर्टस्टीकेन नामक मालवाहक जहाज जिसमें रूई की गांठें, विस्फोटक एवं युद्ध उपकरण भरे हुए थे, उसमें अकस्मात आग लग गई थी।
जहाज में विस्फोटक सामग्री होने के बावजूद अपनी जान की परवाह किए बगैर अदम्य साहस और बहादुरी दिखाते हुए जाबांज सैनिकों ने कडी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। लेकिन जहाज पर अचानक विस्फोट होने के कारण 66 अग्निशमन कर्मी वीरगति को प्राप्त हुए थे। इन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने व अग्नि से बचाव के उपाय बताने के लिए देशभर में यह दिवस मनाया जाता है।
अग्निशमन दिवस के अंतर्गत नागरिकों को अग्नि से बचाव तथा सावधानी बरतने के सम्बंध में जागृत करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। अग्नि सुरक्षा सप्ताह का उद्देश्य नागरिकों को अग्निकांडों से होने वाली क्षति के प्रति जागरूक करना तथा अग्निकांडों को रोकने एवं अग्नि से बचाव के उपायों के संबंध में शिक्षित करना है।
इसके साथ ही सुरक्षित मार्ग की व्यवस्था, अग्निशामक उपकरणों का प्रयोग, आग की स्थिति में बचाव के उपाय, उद्योगों में अग्नि सुरक्षा व सावधानियां, विद्युत अग्नि सुरक्षा व सावधानी, बहुमंजिले भवनों में अग्नि सुरक्षा, विकलांग व्यक्तियों के लिए अग्नि सुरक्षा आदि। इस स्मृति दिवस मनाने के दौरान नागरिक सुरक्षा विभाग के फायर ऑफिसर राघवेंद्र सिंह, सतपाल यादव, योगेंद्र सिंह समेत सभी स्वयंसेवकों ने भाग लिया।