नई दिल्ली। वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने शुक्रवार को सर्वोच्च न्यायालय के चारों शीर्ष न्यायाधीशों की ओर से प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा की सार्वजनिक तौर पर आलोचना करने की सराहना की और कहा कि इनलोगों ने पत्र के जरिए लोगों को सत्ता के घोर दुरुपयोग के प्रति आगाह किया है। उन्होंने कहा कि प्रधान न्यायाधीश राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामलों को चुन कर बांटते हैं।
भूषण ने ट्वीट किया कि सही मायने में अभूतपूर्व! सर्वोच्च न्यायालय के चार शीर्ष न्यायाधीशों ने आज एक संवाददाता सम्मेलन किया, जिसमें राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामलों को अपेक्षित परिणाम के लिए चुनिंदा कनिष्ठ न्यायाधीशों को दिया जाता है, जो कि सत्ता का घोर दुरुपयोग है।
भारत के न्यायिक इतिहास में एक ऐतिहासिक घटना के तहत न्यायाधीश जे. चेलमेश्वर, न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायाधीश कुरियन जोसेफ और न्यायाधीश मदन बी. लोकुर ने न्यायिक संस्थान को बचाने की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि लोकतंत्र को जिंदा रखने के लिए निष्पक्ष न्याय प्रणाली की जरूरत है।