लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कासगंज में शुक्रवार को गणतंत्र दिवस मनाने के दौरान दो समुदायों में संघर्ष हो गया। एक समुदाय के 36 से ज्यादा युवकों ने अपने हाथ में तिरंगा लेकर एक बाइक रैली निकाली। एक दूसरे समुदाय के इलाके से गुजरते हुए इन पर कुछ छींटाकशी की गई।
इसे लेकर कहा-सुनी के बाद उन पर पथराव किया गया, जिसमें दो लोग घायल हो गए। जिले के एक अधिकारी ने कहा कि गुस्साई भीड़ हिंसक हो गई और 12 से ज्यादा वाहनों व संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। फायरिंग में घायल दो लोगों में से एक की मौत हो गई।
मुख्य सचिव (गृह) अरविंद कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया है।
उन्होंने कासगंज जिले में कर्फ्यू की खबर से इनकार किया। हालांकि, उन्होंने कहा कि वहां पुलिस की भारी मौजूदगी है और हालात तनावपूर्ण हैं। लोगों को एहतियात के तौर पर घरों में रहने के लिए कहा गया है।
वहां से गोलीबारी की भी खबरें हैं। पुलिस ने कहा कि तीन स्कॉर्पियो एसयूवी, दो मैजिक परिवहन वाहन व एक ट्रक को भी भीड़ द्वारा मथुरा-बरेली राजमार्ग पर निशाना बनाया गया।
अनियंत्रित भीड़ ने पेट्रोल पंप के निकट एक गुमटी में आग लगा दी। आग बुझाने के लिए दमकल की गाड़ियां वहां पहुंचीं। राज्य पुलिस मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट व पुलिस अधीक्षक तनावपूर्ण इलाके में मौजूद हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि हिंसा और न फैले।