संयुक्त राष्ट्र । मानव जनित गतिविधियों के कारण हो रहा जलवायु परिवर्तन अब नए रूप में देेखने को मिलेगा और अब गर्म हवाओं के थपेड़े मानव आबादी को परेशान करेंगें । विशेषज्ञाें ने यह चेतावनी दी है।
यूनिवर्सिटी कैथोलिक डी लोवेन के इंस्टीट्यूट आॅफ हेल्थ एंड साेसायटी की वैज्ञानिक देबाराती गुहा ने बताया कि अब जलवायु परिवर्तन नए रूप में देखने को मिलेगा अौर अाने वाले समय में गर्म हवाओं के थपेड़े एक विस्फोट के रूप में उभर कर सामने आएंगे। इसका अधिक असर गरीब देेशों पर होगा ।
उन्होंने कहा कि हमें इस बात काे भी ध्यान में रखना होगा कि तापमान के प्रति मानव शरीर की एक विशिष्ट बर्दाश्त सीमा होती है अौर मौसमी गतिविधियाें से अविकसित देेशों की गरीब जनता सबसे अधिक प्रभावित होती है। इसे देखते हुए अाने वाले दस वर्षों में लूू से बचाव के कारगर तरीके खोजने होंगें।
एक अन्य विशेषज्ञ रिकार्डो मेना ने कहा कि हमें मौजूदा खतरों को ध्यान में रखतेे हुए समय रहते हुए कारगर नीतियां बनानी होंगी ,नहीं तो सतत विकास के उद्देश्य को हासिल करना काफी कठिन काम होगा।