सबगुरु न्यूज-सिरोही। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ‘समरथ को नहीं दोष गोसाई योजना’ के तहत सिरोही जिला मुख्यालय पर नगर पालिका की कथित सरपरस्ती में सक्षम लोगों द्वारा कायदे ताक में रखने का काम अनवरत चालू है।
अनादरा चौराहे से रेवदर मार्ग पर मुख्यमंत्री के सलाहकार की सलाह दम ही नहीं तोड़ती दिख रही है बल्कि ये गवाही देने लगी है कि किस तरह मुख्यमंत्री के सलाहकार संयम लोढ़ा की सलाह उनके ही द्वारा बनाये गए सभापति (चेयरमैन, सीएम) के मातहत कर्मचारियों के सामने घुटने टेक कर बैठ गई है। ऐसे में सीएम सलाहकार इन कार्मिकों के आगे अपनी सलाह मनवाने में नाकाम नजर आ रहे हैं।
सीएम सलाहकार की सलाह के विपरीत बिना कन्वर्जन और बिना नगर परिषद की स्वीकृति के जिस धड़ल्ले से कॉमर्शियल भू उपयोग परिवर्तन की पत्रावली लगी हुई भूमि पर फिर से काम चल रहा है। वो अक्षमता को स्पष्ट दर्शा रही है।
एक पखवाड़े पहले जहां सिर्फ बेसमेंट बना हुआ था वहाँ अब ग्राउंड फ्लोर पर आंशिक आरसीसी डल गई। ग्राऊंड फ्लोर के पिलर डल गए । ये सीधे तौर पर सिरोही विधायक और मुख्यमंत्री के सलाहकार के सिरोही नगर परिषद में राजस्व वसूली बिना निर्माण नहीं होने देने और सामाजिक न्याय के दावे के खिलाफ नजर आ रहा है।
मुख्यमंत्री के सलाहकार द्वारा अपने ही मातहत सभापति के बोर्ड द्वारा अपनी ही सलाह पर अमल नहीं करवा पाने की मजबूरी के पीछे की वजह खुद सीएम सलाहकार जाने, लेकिन आमजन में बिना अनुमति और बिना कन्वर्जन के धड़ल्ले से हो रहे निर्माण से खुद सीएम सलाहकार सवालों के घेरे में आ गई है।
– बायलॉज की कितनी पालना
सम्भव है कि दबंग निर्माणकर्ता के सामने नगर परिषद के सभापति या उनके मातहत इस निर्माण कार्य को नहीं रोक पा रहे हैं। तो सवाल ये उठता है कि सिरोही में सीएम सलाहकार से भी कद्दावर कोई ऐसा व्यक्ति या संस्थान है जिसके लिए सिरोही नगर परिषद सीएम सलाहकार की सलाह को नजरअंदाज करने को मजबूर है। या इस मामले में पूरे कुएं में ही भांग घुली हुई है।
-सीजिंग क्यों नहीं?
नगर परिषद सिरोही की नीयत इतनी साफ है तो फिर इस तरह के अवैध निर्माण कार्य को रोकने की बजाय इसकी सीजिंग ही क्यों नहीं कि जा रही है? आम तौर पर किसी सामान्य नागरिक द्वारा रहवासी मकान बनवाने पर भी नगर परिषद उसकी निर्माण सामग्री जब्त करवा लेती है। सिरोही में अवैध तरीके से बने कुछ व्यसायिक निर्माण अब भी सएज ही पड़े हैं। फिर यहाँ ये कायदा क्यों नहीं?
इनका कहना है…
हमने अनादरा रोड पर निर्माण कार्य को अभी तक अनुमति नहीं दी है। जोनल मास्टर प्लान के 10-15 दिन में स्वीकृत हो जाने की संभावना है। उंस निर्माण स्थल ओर कार्य रुकवाया था, ये क्षेत्र जिस सफाई निरीक्षक के अधीन है, उसे भेजकर काम रुकावट हूँ।
<span;>महेंद्र सिंह चौधरी
<span;>कर्यवाहक आयुक्त, नगर परिषद सिरोही।</span;></span;></span;></span;></span;></span;></span;></span;></span;></span;></span;></span;></span;></span;>