श्रीगंगानगर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उन पर की गई टिप्पणी को राजस्थान की जनता का अपमान बताते हुए कहा है कि मुझ पर की गई टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
गहलोत ने आज राजस्थान में द्वितीय चरण के मतदान से पूर्व चुनाव प्रचार के अन्तिम दिन श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर कस्बे में जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि मोदी प्रधानमंत्री हैं, तो वह भी राज्य के मुख्यमंत्री हैं। उन पर की गई टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। यह राजस्थान की जनता का अपमान है। उन्होंने कहा कि मोदी हाल ही राजस्थान आए और कहा कि यहां के मुख्यमंत्री पाकिस्तान की बात बोलते हैं।
उन्होंने कहा कि किसी ने उन्हेें लिखकर भेजा है- मच्छर को कपड़े पहनाना, हाथी को गोद में खिलाना और मोदी से सत्य बुलवाना नामुमकिन है। गहलोत ने कहा कि असत्य बोलना एक प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता और नरेन्द्र मोदी सत्य बोलते नहीं है।
नोटबंदी को अब तक का देश में सबसे बड़ा घोटाला बताते हुए गहलोत ने कहा कि जब केन्द्र में सरकार बदलेगी और इसकी जांच होगी, तब इस घोटाले का सच सामने आएगा। नोटबंदी से सिर्फ भाजपा को ही फायदा हुआ है। न आतंकवाद खत्म हुआ और न ही नक्सलवाद। भाजपा दुनिया की सबसे अमीर पार्टी है, लेकिन वह सबकी हितैषी नहीं है। देशभर में भाजपा ने पांच सितारा होटलों जैसे ऑफिस बनाए हैं।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भाजपा धनबल का दुरुपयोग कर रही है। लोकतंत्र में सभी राजनीतिक दल एक समान मैदान में होने चाहिए, लेकिन भाजपा का धनबल और धन खर्च का दूसरे दल मुकाबला नहीं कर सकते। मोदी बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। उन्होंने पांच वर्ष के शासन में जनता से जितने भी वादे किए, उनमें कोई भी पूरा नहीं किया। इस चुनाव में मोदी को अपनी सरकार की उपलब्धियां बतानी चाहिएं, जो नहीं बता रहे। इधर-उधर का झूठ बोलकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। टीवी मीडिया भी मोदी सरकार के दबाव मेें है जो सच नहीं दिखा रहा। सच्चाई कांग्रेस के पक्ष में है।
गहलोत ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार आते ही सहकारी, भूमि विकास बैंकों से किसानों द्वारा लिए हुए दो-दो लाख तक के कर्जे माफ किए गए हैं। चुनाव खत्म होते ही राष्ट्रीयकृत बैंकों से लिए हुए किसानों के कर्जे भी माफ कर दिए जाएंगे। इसके बाद देखा जाएगा कि निजी बैंकों से लिए गए कर्जे माफ किए जा सकते हैं या नहीं।
गहलोत ने किसानों को याद दिलाया कि इस इलाके की जीवनदायिनी गंगनहर के निर्माण के बाद 70 वर्ष पश्चात् उनकी सरकार ने ही इसका जीर्णाेद्धार करवाया था। इन्दिरा गांधी और भाखड़ा नहरों की हालत सुधारी थी। इस इलाके के सभी किसानों को पूरा और साफ नहरी पानी मिले, इसके लिए जल्दी ही पंजाब के मुख्यमंत्री से बात की जाएगी। किसानों की समस्याओं को हल करना उनकी सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।