जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पशुपालन विभाग में 5934 पदों पर पशु परिचर (एनिमल अटेंडेंट) की सीधी भर्ती सहित विभिन्न प्रस्तावों को मंजूरी दी है।
प्रस्ताव के अनुसार पशुपालन विभाग में प्रचलित पदनाम जलधारी, सफाईकर्ता एवं गडरिया के पदों का नाम अब पशु परिचर किया गया है। साथ ही इनकी शैक्षणिक योग्यता आठवीं से बढ़ाकर दसवीं उत्तीर्ण की गई है। वर्तमान में रिक्त गैर अनुसूचित क्षेत्र के 5281 तथा अनुसूचित क्षेत्र के 653 पदों सहित कुल 5934 पद सीधी भर्ती के माध्यम से भरे जाएंगे। मुख्यमंत्री के इस निर्णय से पशु चिकित्सा संस्थानों में पहुंचने वाले बीमार/घायल पशुओं को तुरंत प्राथमिक उपचार सुलभ हो सकेगा।
इसी तरह मुख्यमंत्री ने जोधपुर के मथुरादास माथुर चिकित्सालय में आपरेशन थियेटर ब्लॉक (25 ओटी) तथा 100 बैड युक्त कॉटेज वार्ड ब्लॉक का निर्माण के लिए 93.27 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
प्रस्ताव के अनुसार ओटी ब्लॉक के निर्माण के लिए 42.32 करोड़ रुपए तथा उपकरणों के लिए 29.16 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। साथ ही 20.80 करोड़ रुपए की लागत से कॉटेज वार्ड ब्लॉक का निर्माण तथा इसके लिए 99 लाख रुपए के उपकरण क्रय किए जाएंगे। गहलोत के इस निर्णय से जोधपुर में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार हो सकेगा तथा आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी।
गहलोत ने जोधपुर के महात्मा गांधी चिकित्सालय में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य यूनिट, ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन एवं आधुनिक बर्न यूनिट की स्थापना के लिए 28.12 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
प्रस्ताव के अनुसार 20.69 करोड़ रुपए की लागत से महात्मा गांधी चिकित्सालय में 150 बैड युक्त मातृ एवं शिशु केन्द्र संचालित होगा। साथ ही, 6.76 करोड़ रुपए की लागत से ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन की स्थापना तथा 67.71 लाख रुपए की लागत से आधुनिक बर्न यूनिट के लिए जरूरी उपकरणों का क्रय किया जाएगा।
इसके अलावा भरतपुर के डीग में संग्रहालय स्थापित करने के लिए 4.21 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया है। प्रस्ताव के अनुसार भरतपुर राजवंश के इतिहास को प्रदर्शित करती गैलेरी, महाराजा सूरजमल गैलेरी, आर्म्स गैलेरी, मूर्ति गैलेरी, उत्खनन गैलेरी, कला एवं संस्कृति गैलेरी, ब्रजमंडल गैलेरी, पेंटिंग गैलेरी सहित कुल आठ गैलेरी का निर्माण किया जाएगा। साथ ही डीग किला क्षेत्र में मुख्य द्वार से संग्रहालय भवन तक हाई मास्ट लाइट, सोलर लाइट, जल आपूर्ति संबंधी कार्य, पर्यटकों की सुविधा के लिए आवागमन तथा अन्य विकास कार्य भी करवाए जाएंगे।
अशोक गहलोत के इस निर्णय से पर्यटकां को डीग किले के साथ भरतपुर के राजवंश, ब्रज की कला एवं संस्कृति, प्राचीनकाल के हथियारों सहित विभिन्न जानकारियां एक ही स्थान पर मिल सकेंगी।