जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने छब्बीस मार्च को होने वाले राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव को स्थगित करने की निंदा की है।
गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि किसी भी राजनीतिक दलों को विश्वास में लिए बिना राज्यसभा चुनाव को स्थगित करने का चुनाव आयोग का यह निर्णय अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने कहा कि यह सबसे चिंताजनक बात है कि संसद कल तक सत्र में थी और मध्यप्रदेश में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह को भी जानबूझकर अनदेखा किया गया।
उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव को एक दिन पहले स्थगित करने का निर्णय निश्चित रुप से संदेह के घेरे में है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी गुजरात और राजस्थान में खरीद फरोख्त में सफल नहीं हो पा रही है। इसलिए वे कुछ और समय चाहते हैं। उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए दुखद दिन करार दिया। उल्लेखनीय हैं कि चुनाव आयोग ने कोरोना वायरस के चलते राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनाव स्थगित कर दिए।
राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए छब्बीस मार्च को चुनाव होने थे और इसके लिए कांग्रेस ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल एवं राजस्थान यूवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नीरज डांगी को उम्मीदवार बनाया वहीं भाजपा ने प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री राजेन्द्र गहलोत एवं पूर्व सांसद औंकार सिंह लखावत को चुनाव मैदान में उतारा था।