जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी सरकार के दो साल पूरे होने पर दस हजार आठ सौ करोड़ रुपए से अधिक की लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास करते हुए कहा है कि सरकार ने प्रदेश में स्वास्थ्य, पानी, बिजली एवं सड़क सहित चहुंमुखी विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी हैं।
गहलोत ने आज राज्य सरकार के दो वर्ष पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम में दस हजार आठ सौ करोड़ से अधिक की लागत के 1362 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि गत मार्च से कोरोना महामारी आ जाने के बावजूद राज्य सरकार ने अपने पूरे प्रयास किए और जनता से किए गए वादों में 50 प्रतिशत से अधिक वादों को अब तक पूरा कर लिया गया हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए राज्य सरकार ने बेमिसाल काम किया और देश और देश के बाहर कोरोना से निपटने के लिए भीलवाड़ा मॉडल की चर्चा होती रहती है। राज्य सरकार ने लोगों के स्वास्थ्य के प्रति कोई कमी नहीं रखी। उन्होंने बताया कि राज्य में अभी कोरोना के प्रतिदिन 60 हजार टेस्ट करने की क्षमता हैं और वैक्सीन आए तो राज्य सरकार ने उसकी भी पूरी तैयारी कर रखी हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण देश के विभिन्न भागों में फंसे राजस्थानियों को प्रदेश में लाने और प्रदेश से मजदूरों को अपने घरों को भेजने में राज्य सरकार ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी थी। उन्होंने कहा कि एक भी मजदूर को तकलीफ नहीं होने दी। राज्य की रोडवेज ने शानदार काम किया और रेलों की मांग करके रेलों द्वारा भी लाखों लोगों को भेजने का काम किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में देश की अर्थव्यवस्था का क्या होगा, इसकी चिंता हो रही है। देश में कोरोना से डेढ लाख लोग मारे गये हैं जबकि विकसित राष्ट्र अमरीका, इग्लैंड, फ्रांस, स्पेन सहित कई देशों में दूसरी बार लॉकडाउन लगा और कई जगह तीसरी बार लग रहा है। कोरोना ने अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण राज्य में निवेश नहीं आ रहा है। राज्य सरकार ने तीन साल अनुमति नहीं लेने का कानून बनाया, इससे उम्मीद की जा रही है कि अब निवेश आएगा। प्रदेश में सड़कों के सुदृढ़ीकरण के लिए हमने काम किया हैं और सड़कों को और प्राथमिकता दी जाएगी, अच्छी सड़के होगी तो निवेश का माहौल भी बनेगा।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले दो साल में राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए कई काम किये हैं। राज्य में बिजली बन रही हैं और अब सोलर पावर का माहौल बन रहा है, जिसका देश में राजस्थान को फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में अपार संभावनाएं छिपी हैं और आने वाले समय में बिजली की कोई कमी नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि अब किसानों को दिन में भी बिजली देना शुरु कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि राज्य में कई उच्च शिक्षण संस्थाओं की स्थापना हुई और राज्य में चारों और शिक्षा का स्तर प्राप्त कर लिया गया जबकि पहले राज्य के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए राज्य के बाहर जाना पड़ता था। उन्होंने कहा कि राज्य में हरदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय खोला गया था जिसे पिछली सरकार ने बंद कर दिया। लेकिन हमने इस बार उसे वापस शुरु किया हैं।
गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में कई सुधार किये जिनमें एफआईआर दर्ज करना अनिवार्य किया गया। उन्होंने कहा कि भले ही आंकड़े बढ़ जाए लेकिन एफआईआर दर्ज करने से फरियाद सुनना सुनिश्चित किया गया। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार से भी आग्रह किया गया कि एफआईआर दर्ज करने वाला काम पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास हैं कि प्रदेश में कानून व्यवस्था अच्छी बने।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर क्षेत्र में अच्छा काम हुआ हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र में नि:शुल्क दवाओं की संख्याओं को बढ़ा दिया गया और आज 711 नि:शुल्क दवाएं दी जा रही हैं। इसी तरह 70 से अधिक नि:शुल्क जांचे की जा रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में गांव गांव दौरे कर लोगों के दुख दर्द सुनकर उसे दूर करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कोरोना समाप्त होने के बाद यह अभियान शुरु किया जाएगा और गांव गांव में लोगों को राहत पहुंचाई जाएगी।