अजमेर। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान लोकसेवा आयोग अजमेर मुख्यालय परिसर में तीन करोड़ 73 लाख रुपए की लागत से बनने वाले हाईटेक नए भवन का वर्चुअल माध्यम से आज शिलान्यास किया।
आयोग परिसर स्थित हुए कार्यक्रम को गहलोत ने जयपुर से वर्चुअली संबोधित किया और लोकसेवा आयोग की स्थापना जिस मकसद से की गई उसे वर्तमान आईटी युग में हरसंभव पूरा करने की प्रेरणा देते हुए कहा कि नौकरी अथवा साक्षात्कार में देरी से अभ्यर्थी परेशान होते हैं लिहाजा आयोग को नवाचार के माध्यम से समयबद्ध काम पूरा करना होगा। आयोग का सालाना कलेंडर सभी में विश्वास पैदा करेगा क्योंकि यह बच्चों की जिंदगी का बड़ा सवाल होता है।
गहलोत ने समय पर भर्ती प्रारंभ से लेकर परीक्षा, परिणाम, साक्षात्कार तथा नियुक्ति पर समय सीमा पर किए जाने पर बल दिया। साथ ही पेपर लीक को बड़ी चुनौती बताते हुए इस पर काम करने एवं सतर्क रहने की सीख दी।
मुख्यमंत्री ने आयोग की ओर से प्रस्तावित नियमावली का भी विमोचन किया। यह नियमावली भर्ती के संदर्भ में करीब बीस साल बाद संशोधित कर जारी की गई है। इसके जरिए भर्ती परीक्षा से लेकर नियुक्तियों तक की विसंगतियों से निजात मिल सकेगी।
इस मौके राज्य के मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने भी अपने संबोधन में आयोग को भर्ती का मंदिर बताते हुए कहा कि लोगों में विश्वास बनाए रखना चुनौतीपूर्ण कार्य है। गोपनीयता एवं निष्पक्षता से आयोग की स्वच्छता बनी रहे और समय पर काम हो यह प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने एक दिन बाद कार्यकाल समाप्त होने वाले आयोग अध्यक्ष भूपेंद्र यादव के कार्य की प्रशंसा भी की।
कार्यक्रम में कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित, आयोग सचिव हरजीराम अटल, संयुक्त सचिव आशुतोष गुप्ता सहित जिले के कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि नया ब्लॉक आयोग परिसर में ही 5628 स्कॉयर फीट में बनेगा जो अगले वर्ष दिसंबर तक तैयार हो जाएगा।