अजमेर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बच्चों का आह्वान किया कि वे पंडित जवाहरलाल नेहरू के आदर्शों, विचारों, सोच, कामों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ें।
राजस्थान में मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार अजमेर आए गहलोत पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती के उपलक्ष्य में बाल अधिकार सप्ताह के तहत स्थानीय जवाहर रंगमंच पर ‘बाल संगम’ कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि बच्चों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। परिवार की एवं समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने में बच्चों की महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। उन्होंने नेहरू द्वारा आधुनिक भारत की नींव रखने का जिक्र करते हुए कहा कि मौजूदा भारत नेहरु की ही देन है, उन्हीं के कारण देश का आधारभूत ढांचा खड़ा हुआ, कल कारखाने लगे, बांध तैयार किए गए और देश आत्मनिर्भर बना।
गहलोत ने कहा कि वर्तमान में भी नेहरू के आदर्शों पर चलकर विकास का रास्ता अपनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि देश को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराने के संघर्ष में चौदह साल जेल में रहना पड़ा, लेकिन उनके प्रेम और स्नेह के कारण बच्चे उन्हें चाचा नेहरू ही कहते आए और अब भी वह इसी नाम से जाने जाते हैं।
इस देश को अच्छे संस्कार, अच्छी परंपराएं जो विरासत में मिली हैं उन्हें संरक्षित करते हुए देश को बनाने में बच्चों को योगदान देना होगा और ज्ञान की ताकत, शक्ति ऐसी विधा है जिसके माध्यम से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।
गहलोत ने कहा कि देश में जो रास्ते अपनाए जा रहे हैं, वे देशहित में नहीं हैं। राजीव गांधी ने कंप्यूटर, मोबाइल देकर इंसान की मुठ्ठी में दुनिया को कर दिया है। सोशल मीडिया के जरिए एक क्रांति आई है और उसका अच्छा उपयोग भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि सही उपयोग से दुनिया बनेगी, लेकिन उसी का दुरुपयोग हुआ तो बात बिगड़ जाएगी।
उन्होंने पर्यावरण-प्रदूषण पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मैं जब बीस साल पहले मुख्यमंत्री बना तो मैंने ‘पानी बचाओं, बिजली बचाओ, सबको पढ़ाओ’ का नारा दिया और आज दो बातें ‘वृक्ष लगाओ, बेटी बचाओ’ को उसमें जोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि इन पांच सूत्रों में पूरे समाज का विकास संभव है और इसमें बच्चों की महत्ती भूमिका हो सकती है। गहलोत ने महिलाओं के घूंघट प्रथा पर भी प्रहार करते हुए कहा कि बच्चों को इस विसंगति को भी दूर करना चाहिए।
इससे पहले गहलोत ने बाल संगम कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित करके शुभारंभ किया और बाल संरक्षण में योजनाओं पर तैयार पुस्तिका का विमोचन किया। साथ ही कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र का भी बटन दबाकर उद्घाटन किया।
कार्यक्रम में राज्य विभिन्न जिलों से आए करीब 650 बच्चों में से मेधावी 17 बच्चों को शैक्षणिक क्षेत्र में, सात को सांस्कृतिक क्षेत्र के लिए सम्मानित किया गया। उन्होंने तीन भामाशाह संस्थाओं को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम को बाल विभाग के मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल, मोटर गैराज मंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, सूचना एवं जनसंपर्क राज्यमंत्री सुभाष गर्ग, अजमेर जिले के प्रभारी खान मंत्री प्रमोद जैन भाया, बाल आयोग की अध्यक्षा संगीता बेनीवाल तथा बाल अधिकार आयुक्त वीना प्रधान सहित कई जनप्रतिनिधि एवं स्थानीय अधिकारी मौजूद रहे।