अजमेर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर घटना के बाद उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर प्रदेश में राजनीतिक दलों, गैर सरकारी संगठनों, धर्मगुरुओं सहित सभी लोगों से अपील की है कि उन्हें प्रदेश में शांति एवं सद्भभाव कायम रखने के लिए आगे आना चाहिए।
गहलोत ने घायल पुलिस कांस्टेबल संदीप की जेएलएन अस्पताल में कुशलक्षेम पूछने के बाद आज यहां मीडिया से बातचीत में यह अपील की। उन्होंने दोहराते हुए कहा कि हमारी तमन्ना, भावना एवं मांग है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश के लोगों से अपील करनी चाहिए कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं हैं और हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी इससे देश में तनाव एवं हिंसा की घटनाओं में गिरावट आएगी।
उन्होंने कहा कि कन्हैयालाल हत्याकांड से देश हिल गया और ऐसे जघन्य अपराध में कोई माफी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने तत्काल आरोपियों को पकड़ लिया और रातभर में जांच करने पर पता लग गया कि यह आतंकवादी मामला है और इसे राष्ट्रीय अनुसंधान एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया गया जिसमें हम सहयोग करेंगे।
इस घटना से लोगों में आक्रोश हैं और एनआईए चालान पेश कर इसमें जल्दी निर्णय कराए। उन्होंने कहा कि जरुरत पड़ी तो केन्द्रीय गृह मंत्री से बात करके जांच जल्दी होने का आग्रह किया जाएगा कि प्रक्रिया पूरी करके निर्णय जल्दी आए ताकि पीड़ित परिवार को समय पर न्याय मिल सके।
उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर मौन जुलूस एवं प्रदर्शन में शांति बनाए रखनी चाहिए क्योंकि हिंसा का लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं हैं। उन्होंने भीम में पुलिस कांस्टेबल संदीप के घायल होने के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि यह घटना निंदनीय है। पुलिसकर्मियों ने पूरा प्रयास किया कि माहौल खराब नहीं हो और उन पर तलवार लगा दी गई, यह कहां की सभ्यता है, इसकी सबको निंदा करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने घायल कांस्टेबल के हालचाल पूछे हैं और वह काफी ठीक है। उन्होंने कांस्टेबल की सहायता के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष से पांच लाख रुपए एवं पुलिस रिलीफ फंड से भी पांच लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने कांस्टेबल को पदोन्नत करने की भी घोषणा की।
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