जयपुर। राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शांति एवं अहिंसा निदेशालय के ‘लोगो’ का विमोचन किया। गहलोत ने स्वतंत्रता दिवस पर इसका विमोचन करते हुए कहा कि शांति एवं अहिंसा की राह पर चलते हुए राजस्थान का चहुंमुखी विकास किया जा रहा है। अब शांति एवं अहिंसा विभाग और निदेशालय द्वारा महात्मा गांधी के सिद्धांतों और उनके जीवन दर्शन को घर-घर पहुंचाने का सबसे बड़ा कार्य किया जा रहा है। इससे युवा पीढ़ी सकारात्मक सोच के साथ प्रदेश के विकास में अहम योगदान निभाएगी।
इस अवसर पर निदेशालय के निदेशक मनीष कुमार शर्मा, गांधी शांति प्रतिष्ठान नई दिल्ली के अध्यक्ष कुमार प्रशांत, शांति एवं अहिंसा विभाग के शासन सचिव नरेश ठकराल सहित कार्मिक हाकम अली, कृष्ण कुमार जाखड़, श्यामलाल गोयल, आलोक नारायण माथुर, हेमलता शर्मा, विजय गुप्ता, किशन कुमार स्वामी, रमेश सिंह, मंजू सक्सेना, नीरज शर्मा एवं घनश्याम गुर्जर भी मौजूद थे।
जिला शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के लिए 33 पद स्वीकृत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में जिला शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के लिए सहायक लेखाधिकारी-प्रथम के 33 पद सृजन के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। गहलोत की जिला शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के लिए 33 पद स्वीकृत करने के प्रस्ताव को मंजूरी से प्रकोष्ठ के लिए जिला मुख्यालय स्तर पर कार्यालयाध्यक्ष एवं आहरण अधिकारी के रूप में सहायक लेखाधिकारी-प्रथम के पदों के सृजन किया जाएगा। गहलोत के इस निर्णय से जिला स्तर पर स्थापित शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठों का बेहतर संचालन हो पाएगा। गांधी दर्शन के प्रचार-प्रसार में प्रकोष्ठ की विभिन्न गतिविधियों का वृहद् स्तर पर आयोजन हो सकेगा और प्रदेशवासी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के आदर्शों एवं सिद्धान्तों से परिचित होकर उन्हें आत्मसात कर सकेंगे।