जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वैश्विक महामारी कोरोना की चैन तोड़ने के लिए लोगों से शादियां टालने की अपील की हैं।
गहलोत ने आज सोशल मीडिया के जरिए यह अपील की। उन्होंने कहा कि कोरोना की इस भयावह दूसरी लहर के दौरान जिन लोगों की शादियां हैं, उनसे अपील है कि फिलहाल अपनी शादी टाल दें।
उन्होंने कहा कि अभी शादी में खुशियों से अधिक कोविड की चिन्ता लगी रहेगी। इस महामारी पर विजय पाने के लिए कोविड संक्रमण की चैन को तोड़ना जरूरी है जो शादी में आने वाली भीड़ से संभव नहीं होगा।
3 घंटे में हो्गी शादी, 31 लोग हो सकेंगे शामिल
नई गाइडलाइन के अनुसार विवाह समारोह में अब 50 की जगह 31 व्यक्ति ही अनुमत होंगे और विवाह समारोह केवल एक ही कार्यक्रम के रूप में अधिकतम तीन घंटे तक आयोजित किया जा सकेगा। विवाह समारोह के संबंध में दिनांक, आयोजन की समयावधि एवं स्थान की पूर्व सूचना उपखण्ड मजिस्ट्रेट को ईमेल से देने के साथ ही शामिल होने वाले मेहमानों एवं अतिथियों की सूची भी अनिवार्य रूप से देनी होगी।
इस सूची के अतिरिक्त कोई भी अतिथि अनुमत नहीं होगा। बिना पूर्व सूचना के विवाह समारोह आयोजित करने तथा सोशल डिस्टेंसिंग नहीं रखने पर 5 हजार रूपए तथा 31 से अधिक व्यक्ति होने पर एक लाख रूपए का जुर्माना लगाया जाएगा। सरकारी कर्मचारी, अधिकारी एवं चुने हुए प्रतिनिधियों से इस दौरान अनुकरणीय आचरण एवं सख्त अनुशासन की अपेक्षा की गई है। जिस कार्यक्रम में वे आमंत्रित हों, उनके द्वारा इन दिशा-निर्देशों की पालना की जाए।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने कोरोना पर काबू पाने के लिए जन अनुशासन पखवाड़े के तहत तीन मई तक लगी पाबंदियों को और सख्त करते हुए 17 मई सुबह पांच बजे तक महामारी रेड अलर्ट जनअनुशासन पखवाड़ा घोषित किया हैं।
राजस्थान में 3 मई से महामारी रेड अलर्ट-जन अनुशासन पखवाड़ा घोषित