सिरोही 3 अगस्त। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा पिंडवाड़ा के लीलूड़ी बड़ली में निरस्त किया गया आदिवासियों के बलिदान का प्रतीक शहीद स्मारक का कार्य फिर शुरू होगा। सिरोही विधायक संयम लोढ़ा द्वारा मांग किये जाने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनजाति क्षैत्रीय विकास विभाग के मंत्री अर्जुन सिंह बामणिया को लीलुडी बडली में बनने वाले शहीद स्मारक की स्वीकृति जारी करने के निर्देश दिये।
जैसलमेर में आयोजित विधायक शिविर के दौरान विधायक संयम लोढा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बताया कि पिण्डवाडा के लिलुडी बडली में आदिवासियों के बलिदान की स्मृति में शहीद स्मारक व आदिवासी आवासीय विद्यालय बनाने की घोषणा कांग्रेस सरकार द्वारा की गई थी।
2013 में आदिवासी आवासीय विद्यालय का शिलान्यास कर दिया था, लेकिन शहीद स्मारक घोषणा होने के बाद भी बीच में अटक गया। बाद में राजस्थान में आयी भाजपा सरकार ने आदिवासियों के बलिदान की स्मृति में बनाये जा रहे शहीद स्मारक बनाने की स्वीकृति को निरस्त कर दिया।
विधायक लोढा ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि सैकडो आदिवासियों के बलिदान की स्मृति में लीलुडी बडली पिण्डवाडा में बनने वाले शहीद स्मारक की पुन: स्वीकृति जारी की जाए।
-मारवाड आदिवासी विकास बोर्ड के गठन की भी मांग की
इस दौरान विधायक संयम लोढा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र देकर जोधपुर सम्भाग के आदिवासियों के उत्थान की योजना बनाने के लिए आगामी 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस पर मारवाड आदिवासी विकास बोर्ड के गठन की घोषणा करने आग्रह किया।
गहलोत को सौपे पत्र में लोढ़ा ने लिखा है कि जोधपुर सम्भाग के भील, मीणा, गरासिया, गमेती व अन्य आदिवासी समुदाय लगातार दिन प्रतिदिन पिछडता जा रहा है। राज्य में बनी हुई जनजाति परामर्शदात्री समिति इनके उन्नयन पर कोई ध्यान नही दे रही है।
पत्र में लिखा कि यह आवश्यक हो गया है। जोधपुर सम्भाग के आदिवासियों की स्थिति का अध्ययन कर उनके उत्थान के लिए कदम उठाये जाएं। विधायक संयम लोढा ने मुख्यमंत्री को बताया कि विधानसभा में आदिवासियों के उत्थान के संबंध में सरकार का ध्यान आकर्षित किया था।
लोढा ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि आगामी विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त को मारवाड आदिवासी विकास बोर्ड का गठन किया जाए जिससे जोधपुर सम्भाग के आदिवासियों के विकास का पथ प्रशस्त किया जा सके।