पटना । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लड़कियों की शिक्षा को सर्वाधिक महत्वपूर्ण बताया और कहा कि उनके शिक्षित होने से उनमें आत्मसम्मान का भाव पैदा हो रहा है जिससे उनके अरमानों को पंख लग रहे हैं।
कुमार ने आज राजधानी पटना के मगध महिला कॉलेज के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए कई कदम उठाए हैं। इनमें शिक्षा को प्राथमिकता सूची में रखा गया है। उन्होंने कहा कि समाज में बेटियों की तुलना में बेटों की चाहत ज्यादा होती है। समाज में लड़कियों के प्रति सम्मान एवं चाहत का भाव पैदा करने के लिए सरकार ने कन्या उत्थान योजना की शुरुआत की है। इसके अलावा साईकिल योजना एवं पोशाक योजना की शुरूआत की गयी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कन्या उत्थान योजना के माध्यम से लड़की के जन्म लेने पर उनके माता-पिता के खाते में दो हजार रुपये की राशि जमा हो जाएगी। एक साल के अंदर उसे आधार से जोड़ने पर एक हजार रुपये, दो साल के अंदर पूर्ण टीकाकरण करवाने पर दो हजार रुपये उनके खाते में चले जायेंगे।
अविवाहित इंटर पास लड़कियों को दस हजार रुपये और विवाहित या अविवाहित स्नातक पास लड़कियों को पच्चीस हजार रुपये की राशि राज्य सरकार मुहैया करा रही है। लड़की के पैदा होने से लेकर उसे स्नातक होने तक 54100 रुपये का लाभ सरकार द्वारा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लड़कियों के शिक्षित होने से उनमें आत्मसम्मान का भाव पैदा हो रहा है। उनके अरमानों को पंख लग रहे हैं।