जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने प्रदेश के सभी नगर निकाय क्षेत्रों में आगामी चौदह अप्रेल अम्बेडकर जयंती के अवसर पर अम्बेडकर भवनों का निर्माण शुरु करने की घोषणा की है।
राजे शुक्रवार को दौसा जिले के मंडावरी में भगवान बालीनाथ महाराज के मंदिर के लोकार्पण समारोह में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगों को सम्बल प्रदान करने के लिए अनेक योजनाएं लागू की हैं, जिनका लाभ लेकर वे प्रगति के युग में सबके साथ आगे बढ़ रहे हैं।
इस अवसर पर उन्होंने मंदिर परिसर में भगवान बालीनाथ का पैनोरमा बनाने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में स्थानीय लोक देवताओं के पैनोरमा की तर्ज पर यहां भी भगवान बालीनाथ के जीवन और उनकी शिक्षाओं के जीवन्त प्रदर्शन के लिए पैनोरमा बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में 100 करोड़ की लागत से पैनोरमा बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा मंदिरों और स्थानीय लोक देवताओं के स्थलों के विकास के लिए 600 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए गए हैं।
राजे ने कहा कि उनकी सरकार अपने लक्ष्य ’सबका साथ और सबका विकास’ की भावना के साथ काम करते हुए दलितों को सरकार में पूरा प्रतिनिधित्व दिया है। उन्होंने कहा कि आज दलित वर्ग से भाजपा के 32 विधायक विधानसभा में छत्तीस कौमों के साथ दलितों की आवाज उठाते हैं जबकि कांग्रेस के पास दलित वर्ग का सिर्फ एक विधायक है।
इसी से साफ होता है कि ये वर्ग कांग्रेस के चेहरे को पहचान गया है और अब भाजपा को ही बेहतर विकल्प के रूप में ही देखने लगा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहली बार विधानसभा के अध्यक्ष पद से लेकर राज्यसभा सांसद और अन्य संवैधानिक पदों पर दलित समाज को प्रतिनिधित्व दिया गया है।
उन्होंने मंडावरी में पेयजल की समस्या के समाधान के लिए लगभग 30 लाख रुपए की लागत से तीन ट्यूबवेल, विद्युत कनेक्शन एवं पाइपलाइन स्वीकृत करने की घोषणा भी की। इसका काम इस सप्ताह शुरू हो जाएगा।
इस अवसर पर सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और श्रीमती राजे की ओर से वादा करते है कि आरक्षण से छेड़छाड़ नहीं होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की ऐसी मंशा कतई नहीं है। भाजपा तो कमजोर को आगे बढ़ाने में विश्वास रखती है।