लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के विभिन्न शहरों में शुक्रवार को पथराव की घटनाओं के बाद प्रशासन को प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि योगी ने राज्य सरकार के वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों से पथराव एवं नारेबाजी वाले शहरों की स्थिति की जानकारी ली है। उन्होंने राज्य के अपर मुख्य सचिव (गृह), पुलिस महानिदेशक और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को उपद्रवियों की पहचान कर इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
इस बीच अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि प्रयागराज सहित कुछ शहरों से जुमे की नमाज के बाद पथराव और नारेबाजी की घटनाएं होने की जानकारी मिली है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर प्रदेश में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अता की गई। जिन स्थानों पर शांति भंग करने के प्रयास किए गए, वहां उपद्रवियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जिन शहरों में भी शांतिभंग करने की कोशिश की गई, उनमें बच्चों और किशोरों को आगे किया गया। अवस्थी ने कहा कि ऐसे लोगों से अपील की जाती है कि वे अपने दायित्वों को समझते हुए शांति बनाए रखें।
राज्य के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान ने कहा कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के मद्देनजर पूरे प्रदेश में धर्मगुरुओं और इलाके के सम्मानित नागरिकों से पहले ही शांति बनाए अपील की गई थी। चौहान ने कहा कि उपद्रव की आशंका के मद्देनजर पूरे प्रदेश में व्यापक पैमाने पर पुलिस और सुरक्षा बल के जवानों को तैनात किया गया था। नतीजतन प्रयागराज, फिरोजाबाद, मुरादाबाद और सहारनपुर को छोड़कर पूरे प्रदेश में अमन चैन कायम रहा। उपद्रव की कोशिश वाले शहरों में भी पुलिस ने संयम से काम लिया और जनहानि नहीं होने दी।
चौहान ने कहा कि जहां लोगों ने कानून का पालन किया वहां किसी को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन जहां कहीं भी जिन लोगों ने कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश की है, उन्हें कानून के दायरे में लाकर न्यायालय के दरवाजे तक ले जाया जायेगा, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
इस बीच उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रदेश दंगा मुक्त है और दंगा मुक्त रहेगा। उन्होंने कहा कि दंगा फैलाने की जिन लोगों ने भी कोशिश की है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।