वाराणसी । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को यहां कहा कि 21 से 23 जनवरी को आयोजित होने जा रहे 15वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और समापन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे।
प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तैयारियों का जायजा लेने के बाद उन्होंने संवादाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में पहली बार यह सम्मेलन होना बेहद गर्व की बात है। इसके लिए तमाम तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं, जो निर्धारित समय पर पूरी हो जाएंगी। सम्मेलन में सात से आठ हजार प्रवासी मेहमानों के आने की संभावना है।
उन्होंने इस आयोजन के लिए प्रधानमंत्री मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन का उद्घाटन 21 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और समापन 23 जनवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे।
श्री योगी ने सम्मेलन में भाग लेने वाले मेहमानों के ठहरने के लिए इसी क्षेत्र के ऐढ़े गांव में बनायी जा रही आधुनिक सुविधा युक्त ‘टेंट सिटी’ का स्थलीय निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों से बाकी कार्य शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया। इसके बाद वह राजकीय वायुयान से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। मुख्य कार्यक्रम बड़ालालपुर स्थित पंडित दीन दयाल हस्तकला संकुल एवं बड़ालापुर स्टेडियम में प्रस्तावित है। इसके मद्देनजर कार्यक्रम स्थल समेत शहर के प्रमुख धर्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है।
अपने दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार शाम यहां पहुंचे योगी ने रात में मराठी ‘गीत रामायण’ कार्यक्रम में भाग लिया तथा देर रात तक विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री की कार पहली बार मंदिर के ‘रेड’ सुरक्षा जोन तक गई।
कॉरिडोर निर्माण कार्यों की समीक्षा के बाद उन्होंने संवाददातओं से कहा कि काशी की पहचान काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के सुंदरीकरण एवं प्राचीन मंदिरों का संरक्षण तेज गति से चल रहा है। शिवरात्रि (चार मार्च) तक कॉरिडोर का काफी काम पूरा कर लिया जाएगा, जिससे यहां देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को बाबा भोले की पूजा-अर्चना करने में सुविधा होगी।
योगी ने मंदिर कॉरिडोर निर्माण कार्यों की प्रगति से संबंधित ‘प्रेजेंटेशन’ देखकर संतुष्टि व्यक्त की और अधिकारियों को बाकी बचे कार्य निर्धारित समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश दिया। रात करीब सवा दस बजे मंदिर परिसर पहुंचे मुख्यमंत्री करीब 45 मिनट तक मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल एवं मंदिर के सीईओ विशाल सिंह के साथ निर्माण से संबंधित जानकारी ली।